कोरबा NOW HINDUSTAN ओजोन परत के संरक्षण के लिए जागरूक बनकर उन उपकरणों का उपयोग कम करना होगा जिससे क्लोरोफ्लोरो कार्बन उत्सर्जित होते है। उन तत्वों से भी सतर्क रहना होगा, जो ओजोन परत के लिए खतरनाक साबित होते हैं।
उक्त कथन अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस पर कार्यपालक निदेशक एस.के. बंजारा ने व्यक्त किए। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र (एबीवीटीपीएस) मड़वा में 16 सिंतबर को अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ओजोन परत संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
वरिष्ठ मुख्य रसायनज्ञ आर.के. तिवारी एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंता एस.डी. द्विवेदी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में सहायक प्रबंधक पर्यावरण संजय झा द्वारा पावर पाइंट प्रजेंटेशन के जरिए समताप मंडल से विघटित होती ओजोन परत की समस्या एवं पर्यावरण व मानव जीवन पर उसके दुष्प्रभाव को क्रमवार समझाया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 2023 की थीम ‘मांट्रियल प्रोटोकॉल-ओजोन परत में सुधार एवं जलवायु परिवर्तन में कमी है। अंतरराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस पर, चलचित्र का प्रदर्शन, प्रश्नमंच, नारा एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें विजयी प्रतिभागियों हेमंत खरे, ओमप्रकाश मिश्रा, नागभूषण सिंह ठाकुर, संजीव कुमार सारथी, जितेंद्र जायसवाल और कैलाश कुमार ध्रुव को कार्यपालक निदेशक के हाथों पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजाबाबू कोसरे के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का संचालन अधीक्षण अभियंता टी.के. नेताम और आभार प्रदर्शन अधीक्षण अभियंता एन. साहा द्वारा किया गया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता धमेंद्र बंजारे, एन.के. घृतलहरे, सुशील तारेंद्र, जे.के. गायकवाड़, प्रकाशन अधिकारी बसंत शाहजीत समेत अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्तित रहे।