10 मार्च को बांगो थाना में एएसआई की हत्या कर दी गई थी । एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार का शव उसके बैरक में मिला था। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सायबर टीम और पुलिस के जवान लगातार पतासाजी ले लगे रहे । ब्लाइंड मर्डर केस के आरोपी को पकड़ने में कोरबा पुलिस को सफलता मिली । मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु एफएसएल टीम , पुलिस डॉग स्क्वाड , कोरबा एवम बिलासपुर की सँयुक्त सायबर टीम जांच में जुटी थी । जांच में संदेही करण गिरी को आइडेंटिफाई किया गया ।संदेही करण गिरी से पूछताछ में पहले घटना से इंकार किया कड़ाई से पूछताछ में आरोपी ने घटना करना स्वीकार कर लिया ।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया के आरोपी को पहले शराब के मामले में जेल भेज गया था । होली के समय डीजे बजाने को भी मृतक सउनि नरेन्द्र सिंह परिहार ने मना किया था । जिससे भी आरोपी नाराज था । होली के दूसरे दिन जब पुलिस वाले होली मना रहे थे । गुस्से में आकर हत्या की नीयत से देर रात बैरक पहुचा और टंगी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया । जिसके बाद वो भागकर नदी के पास झाड़ी में टांगी को छुपा दिया । आरोपी के निशानदेही पर टांगी को जप्त कर लिया गया है । आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । इस खुलासे में महत्वपूर्ण भूमिका साइबर टीम के साथ बांगो थाना प्रभारी अभय बैस, साइबर सेल प्रभारी सनत सोनवानी की रही ।