स्वच्छ हरित ग्राम कार्यक्रम में जैविक खाद के बारे में भी जानकारी दिया गया। जैविक कचरे को पोषक तत्व के रूप में जैंविक खाद बनाने में सहायक वर्मी कम्पोस्ट/ नाडेप पीट एक बेहतर उपाय है। जैविक कचरे का प्रबंधन एवं मृदा स्वास्थ्य में सुधार के लिये गांवों/ग्राम पंचायतों में वर्मी कम्पोस्ट/नाडेप पिट निर्माण करने के निर्देश दिया गया, जिसके तहत मनरेगा एवं स्वच्छ भारत मिशन के संयुक्त अभिसरण से जिला में वर्मी कम्पोस्ट/नाडेप टैंक का निर्माण किया जा रहा है।
कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती रीता यादव के सतत् मार्गदर्शन से जिले के समस्त 335 ग्राम पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर कुल 650 वर्मी/नाडेप टैंक का निर्माण किया गया। ग्राम पंचायतों के कचरे से कम्पोस्ट खाद, अपशिष्ट पदार्थो का पुनः उपयोग एवं गैर-बायोडिग्रेडबेल कचरे के रिसायलिंग के लिये प्रोत्साहित किये जाने हेतु 10 जून 2024 से विशेष अभियान के रूप में ग्राम/गांवों में दिवाल लेखन, रैली आयोजन, मानव श्रृंखला पर्यावरण सरंक्षण के उपाय के लिये शपथ, संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीणों के द्वारा बड़चढ़ कर हिस्सा लिया गया। स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह के तहत विभिन्न गतिविधियों जैसे जल निकायों के आस-पास सफाई कार्य, सार्वजनिक स्थलों का सफाई, रैली निकालकर स्वच्छता के संदेश, वृक्षारोपण का वृहद आयोजन 05 जून को भी समस्त ग्राम पंचायतों में किया जा चुका है।