NOW HINDUSTAN. कोरबा जिले के आदिवासी बाहुल्य पोड़ी-उपरोड़ा विकास खंड अतंर्गत स्थित लगभग 70 प्रतिशत गांव की आबादी इन दिनों हाथी समस्या से जूझ रही है। पीडित ग्रामीणों ने एसडीएम को 8 बिन्दुओं के साथ एक ज्ञापन सौंपा हैं। उनके द्वारा कहा गया हैं की उनकी मांगे शीघ्र पूरी की जाए। अन्यथा आगामी 18 सितंबर को उनके कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जो प्राप्त 10 बजे से शुरू होकर शाम 4.00 बजे चलेगा।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2017 से पोड़ी-उपरोड़ा विकास खंड के 70 प्रतिशत ग्रामो में जहां गरीब आदिवासी परिवार जीविकों पार्जन कर रहे है। हाथियों का बड़ा दल लगातार विचरण कर रहा है। जिनके द्वारा भारी मात्रा में फसल क्षति, जन क्षत आवास क्षति व पशु धन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।क्षेत्र में हाथियो की बढ़ती आबादी से दहशत का माहौल बना हुबा है। क्षतिपुर्ति की राशि शासन द्वारा किसानों को संतोषप्रद प्राप्त नही होती हैं। जिससे ग्रामीण परिवारों ने काफी असंतोष है। मांग है कि हाथियों का संरक्षण एलीफेंट रिजर्व में रखा जाए, आम लोगों के निवासरत क्षेत्रों में न हो। प्रत्येक प्रभावित ग्राम में पावर झटका तार की व्यवस्था किसानों के लिए की जाए। पूर्व में निर्धारित फसल क्षति की राशि में वृद्धि कर 1 लाख 50 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर किया जाए। जनहानि व पशु हानि की राशि मेें वृद्धि की जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में संरपच शोभरन श्याम, वीरेंद्र मरकाम, बाबूलाल, धनसिंह, मरकाम, चंद्रभूषण, मंत राम, उमेन्द्र सिदार, त्रिलोचन, नारायण राजवाड़े, राम प्रसाद, बुद्धराम पोर्ते, महेश उराव, रामदास सहित अन्य उपस्थित थे।