जिले में पूजा-अर्चना और पारंपरिक संगीत के साथ मनाया गया बांग्ला नववर्ष…….

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN korba.  औद्योगिक नगरी कोरबा में निवासरत बंगाली समुदाय ने पारंपरिक उल्लास और सांस्कृतिक गरिमा के साथ बांग्ला नववर्ष पोइला बैसाख का स्वागत किया। इस अवसर पर बालकोनगर, कालीबाड़ी मंदिर और रीक्रिएशन क्लब में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें पारंपरिक संगीत, नृत्य, और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने विशेष आकर्षण बटोरें।

बंगाली समाज के लिए पोइला बैसाख केवल कैलेंडर की तारीख नहीं, बल्कि एक नवचेतना और सामाजिक एकजुटता का उत्सव होता है। कालीबाड़ी परिसर एसईसीएल कॉलोनी और पोड़ीबहार स्थित मंदिर में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ दिन की शुरुआत हुई। भक्तिमय भजनों और मंत्रोच्चारण के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूजा-अर्चना के उपरांत सामूहिक प्रसाद वितरण भी किया गया। समुदाय के लोगों ने पारंपरिक परिधानों में सजधज कर इस मौके को खास बनाया। महिलाओं ने लाल-सफेद साडिय़ों में और पुरुषों ने परंपरागत वेशभूषा का उपयोग किया। पारंपरिक संगीत की स्वर लहरियों ने वातावरण को भावविभोर कर दिया।

कोरबा बांग्ला संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी नववर्ष को बड़े उत्सव के रूप में मनाया गया। इस वर्ष आयोजित कार्यक्रमों में खासतौर पर नृत्य प्रतियोगिता, संगीत प्रतियोगिता और बच्चों के लिए ड्राइंग, कविता पाठ जैसी गतिविधियां रखी गईं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से उभरती प्रतिभाओं को मंच देने का प्रयास किया गया। विजेताओं को सम्मानपत्र और स्मृति चिन्ह दे प्रोत्साहित किया गया। कोरबा में बड़े स्तर पर यह आयोजन 17 अप्रैल को संपन्न होगा।

संगठन के सदस्यों ने बताया कि ऐसे आयोजनों से ना केवल नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोडऩे का अवसर मिलता है, बल्कि सामुदायिक सौहाद्र्र और एकता को भी बल मिलता है। कार्यक्रम के अंत में सामूहिक भोज का आयोजन किया गया।

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