NOW HINDUSTAN. Korba. बालोद। जिले के गुरूर परिक्षेत्र अंतर्गत कंकालिन गांव में सोमवार तड़के उस समय थम-सा गया, जब एक जंगली तेंदुआ किसान बलराम गोटी की बाड़ी में घुस आया। देर रात हुई इस सनसनीखेज घटना ने पूरे गांव को दहशत के साये में ला दिया। मुर्गियों के शिकार की नीयत से घुसे तेंदुए की मौजूदगी से ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई।
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जानकारी के मुताबिक, किसान बलराम गोटी की बाड़ी में मुर्गी पालन का छोटा व्यवसाय है। रविवार रात करीब 2 बजे तेंदुआ जंगल से भटककर गांव में घुस आया और सीधे मुर्गियों की बाड़ी की ओर बढ़ा, लेकिन शिकार से पहले ही बाड़ी में लगे तार में उलझकर फंस गया। तेंदुए की गुर्राहट सुनकर आसपास के ग्रामीण जाग गए और देखते ही देखते दर्जनों लोग मौके पर जमा हो गए।
हड़कंप की सूचना मिलते ही वन विभाग की स्थानीय टीम मौके पर पहुंची, जिसने तुरंत इलाके को घेराबंदी कर ग्रामीणों को सतर्क किया और तेंदुए से दूरी बनाए रखने की सख्त हिदायत दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने रायपुर से विशेष रेस्क्यू टीम और पिंजरे की मांग की है। फिलहाल, तेंदुआ बाड़ी में ही फंसा हुआ है और वन अमला पूरी निगरानी में है।
वन विभाग के अनुसार, रेस्क्यू ऑपरेशन को बिना किसी नुकसान के अंजाम देने की योजना बनाई गई है। एक्सपर्ट टीम के पहुंचते ही तेंदुए को सुरक्षित तरीके से बेहोश कर जंगल में छोड़ा जाएगा। हालांकि जब तक रेस्क्यू टीम और जरूरी उपकरण नहीं पहुंचते, गांव में डर और आशंका का माहौल बना हुआ है।
यह घटना वन्यजीवों और इंसानों के बीच लगातार सिमटती दूरी और टकराव की एक और बानगी है। बस्तियों के नजदीक तक जंगली जानवरों का पहुंचना अब सामान्य होता जा रहा है, जो वन विभाग की रणनीति, जंगलों में भोजन की उपलब्धता और मानव विस्तार पर गंभीर सवाल खड़े करता है।