NOW HINDUSTAN. Korba. एसईसीएल और राजस्व विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर साँठगाँठ पूर्वक सुनियोजित तरीके से आर्थिक आपराधिक षडयंत्र रचने के कथित आरोपी के विरुद्ध अंततः अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। इनके साथ ही एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य पर भी अपराध पंजीबद्ध हुआ है। मामले में विवेचना जारी है और पिछले ही दिनों सीबीआई की एक टीम ने ग्राम मलगांव और रलिया पहुंचकर जांच-पड़ताल को आगे बढ़ाया गया।
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मुआवजा घोटाला में सीबीआई की एंट्री से जांच के दौरान एसईसीएल के अधिकारियों के साथ-साथ जिला प्रशासन के राजस्व विभाग से जुड़े कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका इस पूरे घोटाले में सामने आ रही है। बताया जा रहा हैं की 3 करोड़ 44 लाख का मुआवजा घोटाला पुष्ट हो चुका है।
कई निजी लोगों के द्वारा एसईसीएल के अधिकारियों के साथ आपराधिक साज़िश कर शासकीय खजाने से 9 करोड़ से ज़्यादा की धोखाधड़ी की शिकायतों के विवेकपूर्ण वेरिफ़िकेशन से एसीबी/
सीबीआई को पता चला है कि शासकीय ज़मीन पर बने घरों के लिए एक करोड़ साठ लाख रुपये से ज़्यादा का मुआवज़ा लिया और पाया गया है। जानकारी के अनुसार ग्राम मलगांव, अमगांव जैसे ग्रामो में उपस्थित शासकीय जमीन या दूसरों की जमीन पर बने घरों के लिए 7 से ज़्यादा बार अपने या अपने परिवार के करीबी सदस्यों के नाम पर एक करोड़ 83 लाख से ज़्यादा का मुआवजा क्लेम किया है और पाया है।