कोरबा/ शक्ति NOW HINDUSTAN बाराद्वार क्षेत्र के डूमरपारा में लग रहे रायगढ़ मिनरल्स प्रबंधन ने वन विभाग के डीएफओ के कार्रवाई की धज्जियां उड़ा दी। डीएफओ के निर्देश पर उड़नदस्ता की टीम ने सोमवार को वन भूमि से निकले रास्ते को खोदकर आवागमन बंद करा दिया था लेकिन क्रशर प्रबंधन ने फिर से खुदे गड्ढे को पाटकर आवागमन बहाल कर लिया है। ऐसे में डीएफओ अब क्या कार्रवाई करेंगे यह देखना काफी दिलचस्प होगा।
बाराद्वार के डूमरपारा क्षेत्र में क्रशरों की भरमार है। इस कार्य में फायदा बेतहाशा होने के कारण लोगों में क्रशर खोलने होंड़ मची है। इतना ही नहीं क्रशर खोलने की सुरूर में लोग शासन के नियमों को रौंदने कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ इसी तरह का मामला अभी डूमरपारा में खुल रहे रायगढ़ मिनरल्स में सामने आया है। दरअसल यहां वन भूमि की भूमि पर कब्जा कर रास्ता निकाल दिया गया है। अभी यहां क्रशर खोलने के लिए तैयारी जोरों पर है, जिसके चलते वन विभाग की इस भूमि से निकाले रास्ते से ही भारी वाहनों की आवाजाही हो रही है। यह मामला सामने आने के बाद डीएफओ दिनेश पटेल के निर्देश पर उड़नदस्ता की टीम ने सोमवार को मौके का जायजा लिया। साथ ही छानबीन करने पर वन भूमि से रास्ता निकालने की बात सही साबित हुई, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उड़नदस्ता की टीम ने इस रास्ते में तीन जगह गड्ढा खोदवाकर इस रास्ते को बंद कर दिया। लेकिन बताया जा रहा है रायगढ़ मिनरल्स प्रबंधन ने उड़नदस्ता टीम के जाते ही खुदे गड्ढे को पाट दिया, जिसकी कहानी तस्वीर खुद ब खुद बयां कर रही है। इसके बाद क्रशर खोलने के लिए भारी वाहनों की आवाजाही बेधड़क जारी है। इस पूरे मामले में डीएफओ दिनेश पटेल के कार्रवाई को दरकिनार कर दिया गया है। अब देखना काफी रोचक होगा कि ऐसे मामले में डीएफओ प्रबंधन के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करते हैं।