घर से महज 100 मीटर की दूरी पर ही हो रहा है खनन व हैवी ब्लास्टिंग का काम, क्षतिपूर्ति की मांग….

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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कोरबा NOW HINDUSTAN एसईसीएल गेवरा परियोजना से प्रभावित ग्राम रलिया के ग्रामीण दिनेश कुमार ने गेवरा के मुख्य महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर गेवरा खदान क्षेत्र में की जाने वाली हैवी ब्लास्टिंग की वजह से अपने मकान व बोर में स्थापित सब मर्सिबल पंप के धंस जाने पर क्षतिपूर्ति राशि की मांग की है ।

पीड़ित ग्रामीण ने बताया कि एसईसीएल गेवरा प्रबंधन की मनमानी से खदान के खनन व कोयले के सरफेस एवं ब्लास्टिंग के कार्य के लिए खदान को गांव से महज 100 मीटर की दूरी पर लाकर कोयले व मिट्टी के काम पर हैवी ब्लास्टिंग किया जा रहा है परिवार के पीने के पानी व नहाने धोने के लिए बोर सब मर्सिबल कराया गया था गेवरा प्रबंधन के हैवी ब्लास्टिंग के कारण बोर सब मर्सिवल और मकान ध्वस्त हो गया है लगभग एक लाख रुपए की नुकसानी का सामना करना पड़ रहा है साथ ही पीने का पानी व नहाने धोने के लिए अकाल समस्या से जूझाने पर मजबूर हैं त्वरित गेवरा प्रबंधन इस समस्या के समाधान के लिए टैंकर से पानी उपलब्ध कराया जाए अन्यथा खदान के खनन व ब्लास्टिंग के कार्य को मजबूरनव॔श रोका जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी एसईसीएल गेवरा प्रबंधन की होगी ।

बताना लाज्मी है कि एसईसीएल गेवरा खदान से प्रभावित ग्राम रलिया के ग्रामीण दिनेश कुमार पिता संतोष ने मुख्य महाप्रबंधक को जारी ज्ञापन में उल्लेख किया है कि रलिया के मकान में अपने परिवार के पीने एवं दैनिक उपयोग के लिए बोर खनन कर उसमें स्थापित सब मर्सिबल पंप गेवरा खदान में की जाने वाली हैवी ब्लास्टिंग से 30 जनवरी की दोपहर ध॔स कर खराब हो गया है जिसकी वजह से एक लाख रुपए का नुकसान हुआ है साथ ही मेरे परिवार के पीने व दैनिक उपयोग के लिए पानी की समस्या खड़ी हो गई है प्रबंधन द्वारा परिवार के पीने के पानी एवं दैनिक उपयोग हेतु टैंकर से पानी भेजा जाए साथ ही क्षतिपूर्ति राशि दिलाई जाए ।

गेवरा परियोजना से प्रभावित दिनेश के घर महज लगभग 100 मीटर की दूरी पर है जिससे खदान क्षेत्र में की जाने वाली हैवी ब्लास्टिंग से मकान को भी क्षति हुई है मांग किया गया है कि गेवरा प्रबंधन नुकसानी की क्षतिपूर्ति राशि दिलाये जाएं।

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