महिलाओं-बच्चों को कुपोषण से बचाने गंभीरता पूर्वक करें कार्य: कलेक्टर श्री झा
आंगनबाड़ियों में गर्म भोजन के साथ पौष्टिक आहार, मूंगफली-गुड़ लड्डु किया जाएगा प्रदान
गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने एनआरसी में की जाएगी भर्ती
कोरबा NOW HINDUSTAN कलेक्टोरेट सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। उन्होंने बैठक में जिले में कुपोषित एवं एनीमिया पीड़ित महिलाओं-बच्चों की जानकारी ली। कलेक्टर श्री झा ने महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने संचालित की जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं एवं बच्चों को एनीमिया से मुक्त करने, गर्भवती महिलाओं के संस्थागत् प्रसव को बढ़ावा देने गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश बैठक में मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों को दिए। कलेक्टर ने आंगनबाड़ियों के माध्यम से पौष्टिक आहार के रूप में हरी-ताजी सब्जियां, आयरन की कमी दूर करने मूंगफली-गुड़ की लड्डु एवं खून आयरन फोलिक एसिड की गोलियां देने के निर्देश दिए। इसके लिए ग्रामवार कुपोषित महिलाओं एवं बच्चों की जानकारी लेकर संबधित आंगनबाड़ियों में गौठानों में उत्पादित पौष्टिक सब्ज्यिों की सप्लाई करने के लिए कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। साथ ही पौष्टिक लड्डु बनाने के कार्य में स्वसहायता समूह की महिलाओं को संलग्न करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री झा ने बैठक में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की जानकारी लेकर उन्हें दिए जा रहे पौष्टिक आहारों के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करके कुपोषण से मुक्ति दिलाने के कार्य को गंभीरता पूर्वक करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पाली सीडीपीओ दीप्ति पटेल द्वारा एनआरसी गंभीर कुपोषित बच्चों की भर्ती में उदासीनता बरतने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.एन. केसरी, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती प्रीति खोखर चखियार सहित विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारीगण एवं परियोजना अधिकारीगण मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री झा ने समीक्षा बैठक में एनीमिया पीड़ित महिलाओं एवं बच्चों को गर्म भोजन एवं पौष्टिक आहार वितरण की लगातार माॅनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा समन्वय कर महिलाओं एव बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने में भागीदारी निभाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने साप्ताहिक विकासखण्ड स्तरीय बैठक में सेक्टर सुपरवाईजर की उपस्थिति भी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने विभागीय अमलो द्वारा बच्चों एवं महिलाओं को कुपोषण से मुक्त करने जनजागरूकता को बढ़ावा देने के लिए भी कहा। कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं की शत्-प्रतिशत संस्थागत् प्रसव एवं एनआरसी में शत्-प्रतिशत गंभीर कुपोषित बच्चों की भर्ती भी सुनिश्चित करने को कहा।