कोरबा NOW HINDUSTAN सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों के साथ शासकीय इवीपीजी अग्रणी महाविद्यालय में 3 दिवसीय वार्षिक कार्यक्रमों की शुरुआत मंगलवार 7 फरवरी को हुई। इस दौरान महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुति देकर समा बांध दिया. प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी कॉलेज में वार्षिकोत्सव का आयोजन हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ किया जा रहा है। जिसमें महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का परिचय दिया.
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साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत एकल गायन प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा सुष्मा बंजारे ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, मेहंदी प्रतियोगिता में पीजीडीसीए के छात्र राजकुमार, रंगोली प्रतियोगिता में एमएससी केमिस्ट्री की छात्रा स्वाति राजवाड़े ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी तरह एकल नृत्य प्रतियोगिता में वैशाली मानिकपुरी, समूह नृत्य प्रतियोगिता में अदिति एंड ग्रुप ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. कार्यक्रम आयोजन के दौरान महाविद्यालय के छात्र बड़ी तादाद में मौजूद रहे। समारोह में महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक उपस्थित रही। जिन्होंने कार्यक्रमों का संचालन के साथ में निर्णायक की भूमिका अदा की और व्यवस्था को बनाए रखा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के सभी विजेता छात्र 3 दिवसीय वार्षिकोत्सव के अंतिम दिन, वार्षिक स्नेह सम्मेलन एवं वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में अपनी प्रस्तुति देंगे। इस दिन चुनिंदा प्रतिभागियों को भी अपने प्रस्तुति देने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
दूसरे दिन वार्षिक खेल और अंतिम दिन वार्षिक स्नेह सम्मेलन
3 दिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ शासन की मंशा अनुरूप पारंपरिक छत्तीसगढ़िया खेलों का आयोजन होगा। जिसमें फुगड़ी, गेड़ी, गिल्ली डंडा, चक्का दौड़ और साइकिल दौड़ जैसे खेल खेले जाएंगे। समारोह के अंतिम दिन 9 फरवरी को मुख्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस दिन वार्षिक स्नेह सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह होगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम करते हैं व्यक्तित्व का विकास
कार्यक्रम के पहले दिन विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ एस खरे ने कार्यक्रम की प्रशंसा की और कहा कि महाविद्यालय में इस तरह के आयोजन से छात्रों के व्यक्तित्व का विकास होता है। अध्यापन के अलावा सांस्कृतिक, साहित्यिक और खेलकूद मानव जीवन के विकास का एक अभिन्न अंग है।