कोरबा NOW HINDUSTAN SECL दीपका क्षेत्र में संचलित आउटसोर्सिंग ठेका कंपनी कलिंगा द्वारा भूविस्थापितों की उपेक्षा कर मनमानी तरीके से भर्ती के विरोध में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है UBKKS के सदस्यों ने दीपका महाप्रबंधक को इस बात को लेकर ज्ञापन सौपा ।
Secl दीपका क्षेत्र अर्जित ग्राम चैनपुर, मलगांव,अमगांव, हरदीबाजार, सिरकी, बेल्टिकरी, झाबर,रेंकी, झिगटपुर, रतीजा के भूमि अधिग्रहण किया गया है। एसईसीएल प्रबंधन, कलिंगा प्रबंधन, व UBKKS के बीच पूर्व में त्रिपक्षीय बैठक में समझौता तय हुआ था कि सर्व प्रथम जिनकी जमीन कटेगी उसको प्राथमिकता दिया जाएगा इसके बाद क्रमशः सभी अधिग्रहित ग्रामों से रोज़गार हेतू भर्ती कराया जाएगा ऐसा समझौता किया गया था।लेकिन केसीसी कपनी द्वारा त्रिपक्षीय समझौता को दरकिनार कर कुछ ही भूविस्थापीतो को भर्ती कर काम कराया जा रहा है केसीसी कंपनी द्वारा मनमानी तरीके से भर्ती किया जा रहा है।जिससे भूस्वामी रोजगार से वंचित हो रहे हैं।आज तक भूविस्थापितो को रोजगार देने में प्राथमिकता से संज्ञान में नहीं लिया गया है एवं हर बार झूठा आश्वासन देकर भूविस्थापितों को गुमराह किया जा रहा है । ठेका कंपनी में आउटसोर्सिंग रोजगार को बंद कर भू विस्थापितों को प्राथमिकता दिया जाए अपनी मांगों को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी मांगे पूरी की जाए अन्यथा 20 फ़रवरी 2023 को केसीसी कलिंगा के सभी कार्यों को बंद किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी एसईसीएल प्रबंधन एवं उक्त ठेका कंपनी की होगी।
ज्ञापन में मांगे –
(1) अर्जित ग्रामों के भूविस्थापित परिवार जिनकी जमीन गई है,सर्व प्रथम उनको ही रखा जावे।
(2)ऐसे भूविस्थापित जिनके पास माइनिंग इंजिनियरिंग, मोटर मैकेनिक आदि की डिग्री/डिप्लोमा हैं उनके लिए रोजगार का अवसर बनाया जावे (ड्रेनी या हेल्पर के रूप में रखा जावे।)
(KCC कंपनी में कार्यरत कुल मजदूरों की सूची रिफ्रेंस व पता सहित प्रदान करे।कंपनी (वर्तमान स्थिति)में कितने ड्राइवर, सुपरवाइजर, व मजदूरों की आवश्यकता हैं जानकारी देवे।)