कोरबा /पाली NOW HINDUSTAN पाली क्षेत्र में एक और चीतल की दुर्घटना में मौत हो गई है। चीतल पानी की तलाश में यहाँ वहां भटक रहा था। इससे पूर्व भी कई चितल जंगल से पानी की तलाश में भटककर रिहायशी क्षेत्र में पहुंच जाते है और कई बार कुत्तों का शिकार हो जातें हैं। कुत्तों के हमले से चीतल की जान भी चली जाती हैं। एक बार फिर चीतल का हथखोजा जंगल के पास दुर्घटना में मौत हो गया। राहगीरों ने दुर्घटना मे घायल चितल को देखा और इसकी सूचना वन विभाग को दिया मौके पर वन अमला पहुँचा और तत्काल पशु चिकित्सालय ले जाकर उपचार कराया जा रहा था लेकिन कुछ घंटों बाद बाद उसकी मौत हो गई। लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण चीतल की जान चली गई चीतल का अंतिम संस्कार वन विभाग रेस्ट हाउस में किया गया। बताया जा रहा है कि वन विभाग ने जंगल में पर्याप्त पानी और चारे की व्यवस्था नही की है। साथ ही जंगलो में लकड़ियों की अवैध कटाई भी की जा रही है जंगल उजड़ रहे है ऐसे में जंगली जानवर जाये तो जाये कहा । जंगल में रहने वाले जीव जंतु भटककर रिहायशी क्षेत्रों में पहुंच जाते है और दुर्घटना का शिकार हो जाते है । हैं। ऐसे में जंगली जानवरों का अस्तित्व ही समाप्त होने लगा।