कोरबाNOW HINDUSTAN कोरबा नगर निगम के अधिकारियों और उनके ठेकेदारों की जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है, कोरबा शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का ठेका तो ले लिया गया हैं, लेकिन उसमें भी सवाल उठने लगे है राताखार नहर किनारे बाईपास से दर्री जाने वाले मार्ग में निगम द्वारा हाईटेंशन केबल को देखते हुए 14 फिट की प्रवेश द्वार बनाई गई है, जिससे ओवरलोड वाहन प्रतिबंधित रहे लेकिन जिस प्रवेश द्वार को नगर निगम ने 7 लाख रुपए खर्च कर कुछ माह पहले बनाया आज वहां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, प्रवेश द्वार के आसपास बड़ी संख्या में छोटे दुकानदार अपनी दुकानें सजा रखा है कभी भी भारी वाहन का स्टेरिंग धोखा देगा तोबड़ा हादसा हो सकता है निगम के अधिकारी सिर्फ महीना वसूली पर लगे है क्षतिग्रस्त प्रवेश द्वार को लेकर जब जोन प्रभारी व इंजीनियर अखिलेश शुक्ला को जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कोई जवाब नही दिया वही वार्ड पार्षद ने बताया कि कई बार भारी वाहन ने प्रवेश द्वार को ठोकर मार दिया है। प्रवेश द्वार से ही कुछ दूर पर हाई टेंशन केबल गया हुआ है जिसके कारण प्रवेश द्वार की ऊंचाई काम रखी गई है । यहां तक तो सब ठीक है लेकिन ये सवाल उठता है कि जब एक साइड का प्रवेश द्वार को कम ऊँचाई का है तो दूसरी तरफ ऐसा क्यू नही किया गया दर्री की ओर से आने वाले भारी वाहन यह तक पहुच ही नही पाते। वहां उन्हें क्यू नही रोक गया । वाहन चालकों को यह पता हु नही होता है कि प्रवेश द्वार की ऊंचाई कम है । और जब तक कुछ समाज पाते हादसा हो जाता है । अब गलती किसी और कि भुगतान किसी और को करना पड़ता है और ऐसा ही रह तो हर बार प्रवेश द्वार टूटेगा और हर बार सुधार कार्य किया जाएग जिसका लाभ ठेकेदार के साथ अधिकारी को होगा ।