लोकसभा प्रत्याशी मुकेश अग्रवाल ने किया लोगों से जनसंपर्क…..

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
6 Min Read

 

NOW HINDUSTAN कोरबा/सरायपाली। अंचल के एक छोटे से गाँव से निकलकर शहर में शिक्षा प्राप्त करने और व्यवसाय के क्षेत्र में कदम रख कर अपने व्यवसाय को स्थापित करने के बाद शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी मुकेश अग्रवाल समाज सेवा के क्षेत्र में भी सदैव अग्रणी रहे हैं। एक व्यवसायी के तौर पर पूरे प्रदेश में अपना नाम करने के बाद श्री अग्रवाल अब एक नई पारी का आगाज करना चाहते हैं। स्वयं को जन सेवा के लिए समर्पित करने की इच्छा रखते हुए श्री अग्रवाल ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वे अपना भाग्य आजमा रहे हैं। हमारे प्रतिनिधि से चर्चा में श्री अग्रवाल ने अपनी जीवन यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि सरायपाली अंचल के छोटे से गाँव घुंचापाली में सन् 1967 में उनका जन्म हुआ था। ग्राम में ही प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे सरायपाली शहर में आ गए और एम ए तक की शिक्षा ग्रहण की। ग्रामीण पृष्ठभूमि होने के कारण कृषि के क्षेत्र में उनका प्रारंभ से ही लगाव था, जिसके कारण उन्होंने 1982 में किसानों के हित को देखते हुए मुकेश ट्रेडिंग नाम से खाद, कृषि दवाओं का व्यवसाय प्रारंभ किया। इसी व्यवसाय ने उन्हें प्रदेश स्तर तक प्रतिष्ठा दिलाई और वे चेम्बर आॅफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद के लिए चुने गए। श्री अग्रवाल ने बताया कि व्यवसाय के सिलसिले में वे अंचल के विभिन्न ग्रामों में जाते थे, जहाँ किसानों के दुख-दर्द से अवगत हुए। वहीं एक व्यापारी होने के नाते वे व्यवसायियों की पीड़ा से भी भली-भांति अवगत हैं। इन समस्याओं को देखते हुए उन्होंने स्वयं चुनाव लड़कर किसानों व व्यापारियों के हित में कार्य करने की बात कही। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए यहाँ के किसानों को नि:शुल्क शिक्षा व स्वास्थ्य का लाभ मिलना चाहिए।

 

जोंक परियोजना का पूर्ण कराना होगी पहली प्राथमिकता
श्री अग्रवाल ने चर्चा में आगे बताया कि यदि वे चुनाव जीतते हैं, तो केन्द्र सरकार से उनकी पहली मांग जोंक परियोजना को पूर्ण कराने की होगी। सन् 1986 में मध्यप्रदेश के समय से तात्कालीन कृषि मंत्री मोहनलाल चौधरी के द्वारा इस मांग को उठाया गया था, जो कि अब तक पूर्ण नहीं हुआ है। यदि जोंक परियोजना पूरी हो जाती है तो इससे तीन विकासखण्ड सिंचित होंगे, जिससे किसानों को काफी लाभ पहुँचेगा। उन्होंने कहा कि सरकारें तो आती-जाती रहती हैं, लेकिन नौकरशाहों के कारण शासन का सही लाभ आम जनता को नहीं मिल पाता। यदि वे सांसद चुने जाते हैं तो क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी लोगों के लिए नि:शुल्क हो, साथ ही रोजगार के अवसर अधिक से अधिक बढ़े, इसका वे पूरा प्रयास करेंगे।

पढ़े-लिखे लोगों को ही बनाना चाहिए प्रत्याशी

श्री अग्रवाल ने कहा कि अच्छे पढ़े-लिखे लोगों को ही प्रत्याशी बनाना चाहिए, ताकि वे अपने क्षेत्र के साथ-साथ देश के विकास के बारे में सोचें और समस्याओं को प्रमुखता से उठा सकें। लेकिन आजकल तो जाति के आधार पर टिकट वितरण किया जाता है, जिसमें विकास की बात दब जाती है। चुनावी घोषणा पत्र तो सभी पार्टियाँ जारी करती हैं, लेकिन अनेक आवश्यक जरूरतों को उनमें स्थान नहीं दिया जाताऔर भी समस्याएँ हैं, जिसे दूर करने का रहेगा प्रयास

अन्य समस्याओं के संबंध में चर्चा करते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि विगत 40 वर्षों से रायपुर से बरगढ़ रेल लाईन के लिए केवल सर्वे हो रहा है, लेकिन अभी तक किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुँच पाये हैं। जबकि रेल लाईन से जुड़ने पर यहाँ का व्यापार तो बढ़ेगा ही नये रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इसी तरह सरायपाली से रायगढ़ क्षेत्र व्यापार से जुड़ा हुआ है, लेकिन सड़क की हालत आज भी बदतर बनी हुई है। रजिस्ट्री कार्यालय में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी आये दिन गरमाते रहता है। भाजपा सरकार आने पर आरटीओ नाके बंद करने की बात कही गई थी, लेकिन अभी भी वह कायम है। सरायपाली सहित पूरा जिला व प्रदेश आज नशे की गिरफ्त में है, जिससे युवा पीढ़ी बरबाद हो रही है। अत: इस पर भी बैन लगना चाहिए। इस प्रकार की समस्याओं के संदर्भ में चर्चा करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि यदि वे चुने जाते हैं तो उपरोक्त समस्याओं को दूर करने का उनका हमेश प्रयास रहेगा। वे आज 24 वर्षों से किसानों व व्यापारियों के हित से जुड़े हुए हैं, जिसे देखते हुए उन्हें विश्वास है कि एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लोकसभा क्षेत्र की जनता उनका साथ जरूर देगी।

Share this Article

You cannot copy content of this page