NOW HINDUSTAN. Korba. आरोप लगाते हुए बताया जा रहा हैं की जिला मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग ने मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद मरीज को उसके हाल पर छोड़ दिया गया। जिसके अंतर्गत बुजुर्ग महिला और पुरुष घर जाने के लिए वाहन की तलाश में दर-दर भटकते रहे। जानकारी के अनुसार कोरबा स्थित जिला मेडिकल कॉलेज में कटघोरा ग्रामीण क्षेत्र के करीबन 18 बुजुर्ग महिला-पुरुषों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन तो ठीक-ठाक हो गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद बुजुर्ग मरीज अपनी जेब से मोटी रकम देकर खुद के खर्चे से ऑटो किराए पर कर घर जाना पड़ा। वाहन के लिए भटकते रहे मरीजों में व्यवस्था को लेकर खासी नाराजगी हैं।
मरीजों का कहना हैं कि शासकीय योजनाओं की हकीकत सामने आ गयी हैं। शासन की योजना के तहत उन्हें घर से सरकारी वाहन में लाया गया, लेकिन अब उनके जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिसकी वजह से वे भटक मजबूरन खुद से गाड़ी किराया कर घर गए।
इस मामले में जिला मेडिकल कॉलेज के सहअधीक्षक ने बताया कि शासन की योजनाओं के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए मरीजों को शासकीय वाहन से लाया जाता है, और छोड़ा जाता है। मरीजों को छोड़ने के लिए कहां पर गलती हुई है। इसकी जांच की जाएगी।