मेडिकल कॉलेज कोरबा में शुरू होगा पीजी पाठ्यक्रम, तैयार होंगे विशेषज्ञ डॉक्टर……

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN. Korba.   कोरबा जिले में संचालित स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (कोरबा मेडिकल कॉलेज) में अगले शैक्षणिक सत्र के बाद 5 विभाग में पीजी पाठ्यक्रम शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही संबंधित विभाग में 2 वर्ष की पढ़ाई पूरी करते हुए विशेषज्ञ चिकित्सक तैयार होने लगेंगे। जिससे मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधा बढ़ेगी। स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2022 में हुई। 3 वर्ष पूरे होने के साथ वर्तमान में महाविद्यालय अंतर्गत एमबीबीएस के छात्रों के लिए प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की कक्षाएं संचालित हो चुकी है। अगले 2 शैक्षणिक वर्ष के बाद सीबीएस की पढ़ाई पूरी कर चिकित्सक बनने वाले चिकित्सा छात्रों के पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) कक्षाएं के लिए पीजी पाठ्यक्रम करने की आवश्यकता है। इसके मद्देनजर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने 5 विभाग-जनरल मेडिसीन, जनरल सर्जरी, शिशु रोग, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग और निश्चेतना विभाग में पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने के संबंध में राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा था।

राज्य शासन ने इशेंसियेलिटी सर्टिफिकेट जारी करके प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी। इसके साथ ही महाविद्यालय में पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने का रास्ता खुल गया। अब मेडिकल कॉलेज प्रबंधन आयुष विश्वविद्यालय की तय फीस देकर स्वीकृति हासिल करेगा। तत्पश्चात एनएमसी को आवेदन करने और तय फीस जमा किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इसकी तैयारी में जुट गया है। गाइडलाइन के अनुसार तैयारी पूरी होने पर कॉलेज को पीजी पाठ्यक्रम के लिए मान्यता मिल जाएगी।

प्रत्येक को मिल सकती है 5-5 सीट

प्रत्येक विभाग में प्रोफेसर के पीछे 3 और असिस्टेंट प्रोफेसर के पीछे 2 सीट मिलती है। इस तरह विभाग में प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर होने पर 5-5 सीट की मान्यता मिल सकती है। ऐसा हुआ तो कोरबा मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक दो वर्ष में 5 विभाग को मिलकर 25 विशेषज्ञ चिकित्सक तैयार होंगे। जो शुरुआती सेवा सरकारी अस्पतालों में देंगे।

ऑटोनॉमस से चुकानी होगी तय फीस

पीजी पाठ्यक्रम की मान्यता प्राप्त करने के लिए प्रत्येक विभाग के हिसाब से एनएमसी को 6 लाख रुपए फीस चुकानी होगी। इस तरह से 5 विभाग में पीजी पाठ्यक्रम के लिए 30 लाख रुपए ऑटोनॉमस से चुकानी होगी। वहीं आयुष यूनिवर्सिटी को 3.54 लाख रुपए फीस देनी होंगी। इसके लिए 22 नवंबर तक का समय है। कॉलेज प्रबंधन अब ऑटोनॉमस से फीस चुकाने की तैयारी में है।

इस वर्ष एमबीबीएस कोर्स में चौथे वर्ष की कक्षा होगी शुरू

कोरबा मेडिकल कॉलेज में इस शैक्षणिक सत्र में एमबीबीएस के तृतीय वर्ष की कक्षा के लिए मान्यता मिली। एमबीबीएस के छात्रों को चिकित्सा शिक्षा 5 बैच (5 वर्ष) में पूरी होगी। इसलिए मेडिकल कॉलेज को इस बार अगले शैक्षणिक सत्र में चौथे वर्ष की कक्षा के लिए एनएमसी से मान्यता लेनी होगी। प्रबंधन इसकी तैयारी में जुटा हुआ है।

गाइडलाइन के तहत की जा रही है तैयारी

मेडिकल कॉलेज के संयुक्त संचालक सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. गोपाल सिंह कंवर ने जानकारी देते हुए बताया की पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एनएमसी को आवेदन किया जाएगा। इससके लिए राज्य शासन से मंजूरी मिल चुकी है। यूनिवर्सिटी से मंजूरी मिलना बाकी है। एनएमसी के गाइडलाइन के तहत तैयारी की जा रही है। पीजी पाठ्‌यक्रम के लिए जो तैयारी है वह अगले शैक्षणिक सत्र के बाद के लिए है।

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