तीन दिवसीय गुरु पर्व का आयोजन, सतनाम प्रांगण में मनाया जाएगा गुरु घासीदास जी की 266 वी जयंती…

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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कोरबा NOW HINDUSTAN कोरबा सतनामी कल्याण समिति के द्वारा सतनाम प्रांगण टीपी नगर में 266वीं गुरुघासीदास  जयंती पर मनखे-मनखे एक समान के संदेश को लेकर 3 दिवसीय गुरु पर्व का आयोजन किया जा रहा है। पंथी नृत्य संग सतनाम चौका आरती कर ध्वजारोहण किया जाएगा।
सतनामी समाज के अध्यक्ष यूआर महिलांगे ने प्रेस क्लब तिलक भवन पत्रवार्ता में कहा कि छत्तीसगढ़ के महान संत परम पूज्य गुरुघासीदास बाबा जी की 266वीं तीन दिवसीय गुरु पर्व का आयोजन सतनामी कल्याण समिति कोरबा के द्वारा सतनाम भवन ट्रांसपोर्ट नगर में किया जाएगा। जयंती के प्रथम दिवस 17 दिसंबर को प्रात: 11 बजे सीतामणी से गुरुघासीदास की शोभायात्रा निकाली जाएगी जो पुराना बस स्टैंड पावर हाउस रोड होते हुए टीपी नगर चौक से सतनाम प्रांगण तक आएगी। सायं 4 बजे गुरु के तैल्य चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कोरबा के द्वारा किया जाएगा। पंथी नृत्य का आयोजन और सत के बिहान सतनाम चौंका आरती ग्राम नवागांव जिला कबीरधाम के द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। गुरु के जन्म दिन 18 दिसंबर रविवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिले के प्रथम नागरिक राजकिशोर प्रसाद महापौर होंगे। अध्यक्षता मड़वा संयंत्र के ईडी एसके बंजारा करेंगे। दोपहर 3 बजे से पथी प्रतियोगिता आरंभ होगी। सायं 7 बजे से सतनाम संदेश गुरुवाणी सास्कृतिक कार्यक्रम और गंगा शक्ति पंथी भजन कार्यक्रम और लोक कला संस्था बीआर सुमन के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। समिति के द्वारा प्रथम 11 हजार द्वितीय 7 हजार और तृतीय 5 हजार राशि का पुरस्कार दिया जाएगा। कार्यक्रम के अंतिम दिवस दोपहर 12 बजे से सतनाम प्रांगण में मुख्य अतिथि सतनामी समाज के अध्यक्ष यूआर महिलांगे और अध्यक्षता जिला रोजगार अधिकारी जेपी खाण्डे करेंगे। 19 दिसंबर को प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया जाएगा।
सतनाम प्रांगण में गुरु पर्व के दौरान 3 दिनों तक शासकीय विभागों के योजनाओं की जानकारी का स्टॉल भी लगाया जाएगा। मेडिकल कॉलेज कोरबा के डीन डॉ. अविनाश मेश्राम के साथ डॉ. शशीकांत भास्कर और पूरे डॉक्टरों की टीम रहेगी जो 3 दिनों तक गुरु पर्व के दौरान नि:शुल्क जांच शिविर में अपनी सेवाएं देंगे। दवाईयों का वितरण भी किया जाएगा।
समिति के द्वारा सतनामी समाज के हित को ध्यान में रखते हुए गुरुघासीदास जयंती के अवसर पर पहली बार किसी को अतिथि नहीं बनाया गया है। पूर्व सरकार के द्वारा अनुसूचित जाति को 16 प्रतिशत आरक्षण था जिसे घटाकर 12 प्रतिशत का निर्णय लिया गया था। इसके विरोध में समाज के लोग हाईकोर्ट गए और केस भी जीते। पत्रवार्ता में यूआर महिलांगे, विजय दिवाकर, जीएल बंजारे, सत्येन्द्र डहरिया, अनिकेत पाटले, रामचन्द्र पाटले, विनोद डहरिया, दयाराम बघेल, धर्मेद्र कोसले, विजय आदिले, त्रिवेन्द्र आदिले, नारायण कुर्रे, आरडी भारद्वाज, डॉ. जेके लहरे, श्रीमती सुनीता पाटले, पुष्कर आदिले, डॉ. गोपाल कुर्रे, केपी पाटले, लालसाय मिरी, आरडी केसकर, यशवंत जोगी, एसआर अंचल, टीआर कुर्रे, सुरेश बंजारे, राजेश बंजारा, विदेश टंडन, विद्याचरण बघेल, विरेन्द्र टंडन, अशोक पाटले, क्षत्रपाल कुर्रे, रवि खूंटे, मनोज मनहर, कमल टंडन, शब्बीर जांगड़े, मीडिया प्रभारी नरेन्द्र रात्रे, दादू मनहर उपस्थित रहे

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