दुर्घटना में घायलों की मदद , सुरक्षित प्रसव , घरेलू विवाद ,जंगली जानवरों के हमले से रक्षा , जीवन रक्षा सहित अन्य मामलों में डायल 112 कर्मचारी पहुंचा रहे मदद
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पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा रिस्पांस टाइम कम से कम रखने हेतु दिया गया है निर्देश
कोरबा NOW HINDUSTAN छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित डायल 112 योजना का कोरबा जिले में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है , जहां डायल 112 के कर्मचारी सौपे गए दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं , वही मानवीय मामलों में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर भी पीड़ितों को मदद पहुंचा रहे हैं ।
विगत दिनों पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा डायल 112 के कर्मचारी एवं चालकों का मीटिंग लेकर उन्हें समझाइश दिया गया था कि डायल 112 योजना का उद्देश्य पीड़ितों एवं जरूरतमंदों को अधिक से अधिक सहायता पहुंचाना है, अतः आवश्यकता पड़ने पर मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर भी मदद करने में कोई बुराई नहीं है , साथ ही उन्होंने का कॉप ऑफ द मंथ योजना में डायल 112 के कर्मचारियों को शामिल कर अच्छा कार्य करने पर इनाम दिए जाने की घोषणा की गई थी , पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से मिले निर्देश पर जिला कोरबा डायल 112 के कर्मचारी अपने जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं ।
आंकड़ों पर गौर करें तो 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक डायल 112 कोरबा को कुल 15968 इवेंट प्राप्त हुए , जिसमें पारिवारिक झगड़े , सड़क दुर्घटना , शराब पीकर उपद्रव , महिला संबंधी अपराध , हुड़दंग , लड़ाई झगड़ा , जंगली जानवरों के हमले, चिकित्सा आपातकाल , प्रसव पीड़ा आगजनी जैसे अनेक मामले शामिल रहे । डायल 112 के कर्मचारियों द्वारा सभी मामलों पर त्वरित कार्यवाही कर समय पर समाधान किया गया । जिससे जिले में शांति व्यवस्था बनी रही , वहीं सैकड़ों व्यक्तियों को समय पर सहायता पहुंचाकर जीवनरक्षा किया गया । प्रसव के सैकड़ों मामलों में प्रसव पीड़ित माताओं को अस्पताल पहुंचा कर सुरक्षित प्रसव कराने में डायल 112 के कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया , प्रसव के कई मामले ऐसे भी हुए जब अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गया जिसे डायल 112 के कर्मचारियों ने सूझबूझ से स्थानीय मितानिन दाई के माध्यम से वाहन के भीतर ही प्रसव कराया गया । इसके अतिरिक्त घरेलू हिंसा के मामलों में तत्काल मौके पर जाकर परिवारों को समझाइश देकर मामला शांत कराया गया, जंगली जानवरों के हमले में घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया गया , डायल 112 से मिल रहे बेहतर सेवा के कारण आम जनता हर समस्या के लिए डायल 112 को कॉल करने लगी है । डायल 112 को घर में सांप घुस जाने , जंगली जानवर आने ,हमलें में घायल होने , गैस सिलेंडर फटने , आग लगने जैसी सूचनाएं भी मिलती है । ऐसी सूचनाओं पर भी डायल 112 के कर्मचारी तत्काल रिस्पांस कर आम जनता को राहत पहुंचा रहे हैं । विगत दिनों परिवारिक विवाद के कारण फांसी लगा रहे एक नवयुवक को फांसी के फंदे से उतारकर नया जीवन देने में डायल 112 के कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था, कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा का कॉप ऑफ द मंथ पुरस्कार से पुरस्कृत कर हौसला बढ़ाया गया , पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा डायल 112 के कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करने हेतु उल्लेखनीय कार्य करने पर स्वयं मिलकर उनको नगद इनाम में प्रशंसा पत्र देकर पुरस्कृत किया जा रहा है ,पुलिस कप्तान के द्वारा किए जा रहे प्रशंसा व उत्साहवर्धन से कर्मचारियों का मनोबल वकार्यक्षमता में वृद्धि हुई है ,वे कप्तान के मंशानुरूप निष्ठा लगन व मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए रूटीन वर्क से हटकर भी कार्य कर आन जन को लाभ पहुंचा रहे हैं । जिले में जंगली जानवरों के अलावा सांप निकलने की सूचना भी डायल 112 के कर्मचारियों को मिलती रही है , संतोष सिंह द्वारा स्नेक रेस्क्यू टीम के माध्यम से डायल 112 के कर्मचारियों को जंगली जीव जंतुओं के रेस्क्यू के तरीके भी सिखाए गए हैं । डायल 112 के कर्मचारियों द्वारा सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू किया जा रहा है ।
