कोरबा NOW HINDUSTAN छत्तीसगढ़ राज्य बने आज लगभग 23 साल पूरे हो चुके हैं उसके बाद भी आज भी ऐसे गांव है जो शहर की मुख्य धारा से कटे हुए हैं जहां पहुंच पाना लोगों के लिए काफी कठिनाई भरा होता है कई ऐसे गांव हैं जहां जाने के लिए आज भी सड़के नहीं है नदी नालों को पार करके जाना पड़ता है एक ओर शासन जहां विकास की बात कहती है इन ग्राम पंचायतों को देखने के बाद समझ में आता है कि इन 20 सालों में कितना विकास हुआ है यह आप इस बात से समझ सकते हैं कि पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा को ही नाव पर बैठकर दूसरे गांव जाना पड़ा । हम बात कर रहे हैं कोरबा जिले की जिसका आधा से ज्यादा हिस्सा जंगलों से घिरा हुआ है कोरबा जिले का गठन सन 1998 में हुआ था वही छत्तीसगढ़ राज्य सन 2000 में बना था । दिनाँक 12 मार्च को विधायक जी अपने सघन दौरा कार्यक्रम के तहत विधान सभा पाली तानाखार व पोड़ी ब्लाक के अंतिम छोर हसदेव अरंण्ड्य के बीच जगल में बसे गांव और हसदेव नदी के उस पार बसे ग्राम पंचायत साखों में नाव से पार करके यादव समाज के सामाजिक बैठक में सम्मिलित हुए। विधायक मोहित राम केरकेट्टा बैठक में यादव समाज के लोगों से भेंट मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी । यादव समाज के लोंगों के मांग पर विधायक जी द्वारा 10 लाख रुपये की सामाजिक भवन का घोषणा कि गई । ग्रामीणों ने विधायक जी को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किए ,इस दौरान विधायक जी के साथ मे क्षेत्र के जनपद सदस्य बजरंग सिंह पैंकरा, विधायक प्रतिनिधि प्रिंस अग्रवाल, साखों के सरपंच परमाल कँवर, ब्रम्हनन्द यादव अनेक प्रतिनिधि कार्यकर्ता एवम यादव समाज के बड़े बुजुर्गों सहित समाज के माताये तथा ग्रामीणजन भी भारी संख्या में उपस्थित रहे,,,,,,,।