कोरबा NOW HINDUSTAN कोरबा जिला ऐतिहासिक धरोहर से भरा हुआ है पर्यटन क्षेत्र में भी कोरबा जिले का नाम तो देश में अग्रणी है जिले का अधिकार हिस्सा घने जंगलों से भरा हुआ है पेड़ पौधे पहाड़ों और झरनों से जिला की शोभा बढ़ती है। यहां अनेक गुफाएं हैं जिन पर कई कहानियां भी बनी हुई है कोई कहता है कि जब भगवान राम यहां से गुजरे हैं तो यह कुछ क्षण के लिए रुके और विश्राम किए हैं एक ऐसी ही गुफा है ग्राम पंचायत कोरकोमा की शंकर खोला गुफा । इस गुफा का निर्माण कैसे हुआ यह कोई नहीं बता पा रहा है गुफा के अंदर सकरे रास्ते से गुजर कर भगवान शिव के शिवलिंग का दर्शन होगा।
पहाड़ों के ऊपर बने इस गुफा को देखने हर साल हजारों की संख्या में लोग पूछते हैं वहीं मुख्य गुफा से कुछ नीचे भी कई गुफाएं हैं जहां हर वर्ष नवरात्र में बड़े धूमधाम के साथ पूजा अर्चना की जाती है कई लोगों का कहना है कि यह गुफाएं भालुओं के द्वारा बनाई गई हैं भगवान शंकर के नाम से इस क्षेत्र का नाम शंकर खोला रखा गया है यह तब चर्चा में आया जब एक साधु इस गुफा में रहकर पूजा पाठ शुरू कर दिया । बीहड़ जंगल के घिरा या क्षेत्र आज ही लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है शहर से महज 20 किलोमीटर दूर पर ग्राम पंचायत कोरकोमा के पहाड़ों में स्थित है खासकर बारिश के मौसम में या क्षेत्र लोगों के लिए देखने लायक बन जाता है पहाड़ों के ऊपर बना यह गुफा आज कोरबा के लोगों के लिए एक बड़ा ही आस्था का केंद्र बना हुआ है हर साल हजारों की संख्या में लोग इस गुफा में पहुंचकर भगवान भोले की दर्शन करते हैं जिला प्रशासन को चाहिये कि इसे एक अच्छे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करें ताकि बाहर से आने वाले लोगो को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो और जिले का नाम दूर दूर तक फैले।