कोरबा NOW HINDUSTAN इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होने जा रही है और माँ भगवती नाव पर सवार होकर आ रही है, इसे देवी दुर्गा जी का शुभ वाहन माना जाता है, कहते हैं जब पृथ्वी पर माता नाव की सवारी कर आती हैं तो भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है 9 दिन में किए हर काम में सफलता मिलती है
- Advertisement -

ज्योतिषाचार्य पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि माता जी की सवारी वार पर निर्भर करती है चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी 22 मार्च 2023 को बुधवार है, बुधवार पर मां का आगमन नौका पर होता है नांव के अलावा मां अंबे का डोली, सिंह, घोड़ा, हाथी भी वाहन है।
नवरात्रि में मां दुर्गा जी 9 दिन तक अपने भक्तों के बीच रहती हैं ज्योतिषाचार्य पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि इस दौरान जो देवी जी की सच्चे मन से भक्ति करता है उसका बेड़ा पार हो जाता है मान्यता है कि जो साधक नियम का पालन करते हुए 9 दिन तक, नवचंडी पाठ, देवी जी के मंत्रों का जाप और ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ रोजाना जाप करता है, उसे शत्रु और ग्रह बाधा की पीड़ा से मुक्ति मिलती है, कार्य बिना रुकावट पूरे होते हैं।

नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है
ज्योतिषाचार्य पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 29 मार्च 2023 को है, वहीं नवमी तिथि 30 मार्च 2023 को है, इन दोनों दिनों में कन्या पूजन किया जाता है, कहते हैं इसके बिना 9 दिन की पूजा अधूरी मानी जाती है।