ऐतिहासिक शोभायात्रा में उमड़ा पड़ा शहर, चारों ओर जय श्रीराम के उदघोष की गूंज, झांकियां रही मुख्य आकर्षण का केंद्र

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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कोरबा NOW HINDUSTAN बुधवार का दिन कोरबा में भक्ति का दिन था । चारों ओर नव वर्ष की खुशी भगवान राम के भक्ति के साथ दिखाई दे रही थी । बच्चों से लेकर बड़े सभी हिंदू नव वर्ष के स्वागत के लिए घरों से निकलकर शोभायात्रा में शामिल हुए थे  । हिंदू नव वर्ष चैत्र नवरात्रि के अवसर पर शहर में निकाली गई ऐतिहासिक शोभायात्रा में पूरा शहर उमड़ पड़ा जितनी भीड़ उससे कहीं अधिक उत्साह और उमंग लोगो मे थी।

शहर की हर सड़क पर भगवा ध्वज और भगवा रंग पहने वस्त्रों में लोगों की भीड़। 4:00 बजे के बाद जैसे ही शहर के दोनों छोर कोसाबाड़ी हनुमान मंदिर और सीतामढ़ी स्थित रामजानकी मंदिर  से शोभा यात्रा का आगाज हुआ। कोसा बाड़ी से सर्व हिंदू समाज और सीतामढ़ी से हिंदू क्रांति सेना की अगुवाई में भव्य शोभायात्रा निकाली गई । शोभायात्रा में एक से एक बढ़कर एक झांकी आकर्षण का केंद्र बने शोभा यात्रा की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शोभा यात्रा का एक छोर सुभाष चौक तक पहुंच गया था लेकिन अंतिम छोर कोसा बाड़ी में ही था हजारों की संख्या में लोग इस शोभायात्रा में शामिल हुए।

वही सीतामढ़ी से निकाली शोभायात्रा की अगुवाई के लिए पुराना बस स्टैंड,ओवर ब्रिज, पावर हाउस रोड में हजारों की संख्या में भक्त देवी भक्ति और राम भगवान के गानों पर नाचते गाते हुए दिखाई दिए। संगीत कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी सुभाष चौक पर पद्मश्री गायक अनुज शर्मा के गीतों ने शोभायात्रा में और उत्साह बढ़ा दिया।

जय जय श्री राम के धनु के साथ हजारों लोग जमकर झूमे ।वही सीतामढ़ी श्री रामजानकी मंदिर से राहुल चौधरी के नेतृत्व में निकली शोभायात्रा की झांकियां लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रही ऊंट घोड़ो के नेतृत्व में भगवान श्री रामचंद्र ,मां भारती और छत्तीसगढ़ महतारी की झांकी देखते ही बन रही थी। राजस्थानी महाझांकी में नंदी पर सवार भगवान शिव का औघड़ स्वरूप और भूत-प्रेतों की टोलियों ने आग के हैरतअंगेज करतब ने लोगों को खूब आकर्षित किया। शेषनाग धारण किए बाहुबली भगवान शिव और श्री राम भक्त हनुमान की गदा नृत्य की प्रस्तुति भी लोगो को खूब पसंद आई । मां काली ने तांडव की झांकी देख रही थी।

थैय्यम, डॉल नृत्य, चेंडा मेलम, डमरु बाजा, ढाक बाजा, राउत नाचा,बस्तर नाचा, डीजे धुमाल से लेकर क्रेन लाइट डीजे में भगवान श्री राम धुन पर लोगों के पैर थिरकते रहे। झांकियों को देखने ऐसा लग रहा था मानो की पूरा शहर सड़कों पर निकल आया है लाखों की संख्या में लोग कोसा बाड़ी से लेकर सीतामढ़ी के बीच झांकी देखने के लिए सड़क के दोनों किनारे खड़े रहे वही करीब 6 किलोमीटर शोभायात्रा में जगह-जगह लोगों ने शरबत पानी, हलुआ और फल आदि की व्यवस्था की थी। लोग स्वस्फूर्त इस व्यवस्था में जुटे रहे

पहली बार इस प्रकार का नजारा देख लोग आश्चर्यचकित रहे वहीं प्रशासन ने भी शोभायात्रा को लेकर अपनी मुस्तैदी बनाए रखी। शोभायात्रा वाले रूट पर बैरिकेड कर दी गई थी रूट डायवर्ट कर दिया गया था शोभा यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस के अधिकारी और प्रशासन के अधिकारी भी शामिल रहे। वही शरारती तत्वों पर काबू करने के लिए सादी वर्दी में भी पुलिस के जवान शोभायात्रा में मौजूद रहे इस शोभायात्रा की चर्चा पूरे प्रदेश के साथ-साथ देश में की जा रही है ऐसी शोभायात्रा छत्तीसगढ़ प्रदेश में अभी तक नहीं निकाली गई है यात्रा ऐतिहासिक यात्रा के रूप में जानी चाहिए जिसकी चर्चा काफी दिनों तक गूंजती रहेगी ।

 

 

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