NOW HINDUSTAN ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के सहयोग से एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के सीएसआर के तहत सतत आजीविका हेतु नराईबोध के महिमा स्व सहायता समूह को दोना पत्तल मशीन प्रदान किया गया है ।
दोना पत्तल निर्माण उद्घाटन के अवसर पर ऊर्जाधानी संगठन के पदाधिकारी , एसईसीएल गेवरा के सीएसआर अधिकारी सहित महिमा स्व सहायता समूह की सदस्य उपस्थित थे । उद्घाटन के अवसर पर सपूरन कुलदीप ने महिला समूह का उत्साह वर्धन करते हुए कहा , समाज की आधी आबादी सामाजिक , राजनैतिक और आर्थिक रूप से शोषण की शिकार होते रही है । स्वयं सहायता समूह महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण माध्यम है । आज महिलाएं समाज मे हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है । आद्योगिक संस्थानों के कारण विस्थापन की समस्या से जूझने वाले परिवारों को अपनी जीवन यापन के लिए स्वरोजगार की आवश्यकता है एसईसीएल की सीएसआर में पर्याप्त फंड होने के बावजूद इसका सदुपयोग नही हो पा रहा है । शासन की रोजगार विहीन आद्योगिक विकास के दौर में स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बनने की सोच को बढ़ाना होगा इसलिए संगठन लगातार प्रयास कर रही है ।
सुरेश चौधरी ने कहा एसईसीएल सरकार की एक संस्था है । मशीनीकरण के कारण रोजगार के नए अवसरों में कमी आ रही है जिसे ध्यान में रखते हुए स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है एसईसीएल अपने सीएसआर के तहत कौशल उन्नयन और संशाधन उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है इसके लिए युवाओं और महिलाओं को आगे आने पर हर सम्भव मदद किया जाएगा ।
इस अवसर पर विजय पाल सिंह तंवर (ठाकुर ) रुद्र दास मंहत , दीपक यादव अनसुईया राठौर , ललित महिलांगे , जगदीश पटेल , सन्तोष चौहान , सतीश चंद्रा निरतुला यादव ,संपत बाई,गंगा,बृज यादव,गायत्री,रमिला,अहिल्या यादव,हिरोंदिया, पिंकी पटेल रामा, सविता, गीता, सरिता जमादार,मनहरण दास, राकेश पटेल,मुरली मनोहर,जयकिशन, विनोद चौहान,कुश बंजारा, सुनील यादव सहित काफी संख्या में उपस्थित थे ।