मंगल का धनु राशि में उदय आज सोमवार से, कई राशियों में पड़ेगा प्रभाव….. …

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN  ग्रहों की गति का असर समस्त जड़ चेतन पर पड़ता है । जब कोई ग्रह चाल बदलता है तो यह बदलाव किसी के लिए शुभ एवं किसी के लिए अशुभ होता है

मां शारदा देवी धाम मैहर के ज्योतिषाचार्य पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने बताया की वैदिक ज्योतिष में सेनापति कहे जाने वाले भूमिपुत्र मंगल 16 जनवरी 2024 को धनु राशि में उदित हो जाएंगे जो विगत 24 सितंबर 2023 से सूर्य के समीप होने से अस्त थे । जिसका प्रभाव राशि चक्र की सभी राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया व शेयर बाज़ार पर भी पड़ेगा।

सभी ग्रहों में मंगल को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और किसी व्यक्ति की कुंडली में इनकी स्थिति ही निर्धारित करती है कि मनुष्य का जीवन कैसा होगा। जीवन में आने वाली सभी समस्याओं से लड़ने और परेशानियों को पार करने का साहस मंगल ही प्रदान करते हैं। कुंडली में मंगल की मज़बूत स्थिति व्यक्ति को अच्छा जीवन देने का सामर्थ्य रखती है। इस प्रकार, जातकों को कुंडली में मंगल की स्थिति के अनुसार ही परिणामों की प्राप्ति होती है। अगर यह किसी शुभ ग्रह के साथ बैठे होते हैं, तो व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम देते हैं। वहीं, जब मंगल अशुभ या पापी ग्रह के साथ उपस्थित होते हैं या फिर ऐसे किसी ग्रह की दृष्टि मंगल पर पड़ती है, तो मनुष्य को अशुभ फल प्राप्त होते हैं। इसके परिणामस्वरूप, यह व्यक्ति को गुस्सैल और आक्रामक बनाने का काम कर सकते हैं जिससे उनके रिश्तों के साथ-साथ सामाजिक जीवन पर भी असर दिखाई दे सकता है।

साहस और पराक्रम के ग्रह मंगल को पेशेवर जीवन और बड़े भाई का कारक माना गया है जो कि सूर्य गोचर के तुरंत बाद यानी कि 16 जनवरी 2024 की रात 11 बजकर 07 मिनट पर धनु राशि में उदित होने जा रहे हैं। धनु राशि में सूर्य की मौजूदगी की वजह से मंगल देव अस्त हो गए थे। जब सूर्य महाराज मकर राशि में गोचर कर गए उसके बाद ही मंगल अपनी अस्त अवस्था से बाहर आते हुए उदित हो हो रहे है ।

पंडित द्विवेदी बताते है की राशिचक्र में धनु को नौवां स्थान प्राप्त है जो कि अग्नि तत्व की राशि है। इसके अधिपति देव ग्रहों के मंत्री कहे जाने वाले बृहस्पति देव हैं। हालांकि, मंगल और गुरु मित्र ग्रह हैं और ऐसे में, किसी व्यक्ति की कुंडली में इन दोनों ग्रहों की स्थिति अच्छी होने पर जातक को सकारात्मक परिणाम देंगे। गुरु ग्रह का संबंध भाग्य, समृद्धि, संतान और विस्तार आदि से है जबकि मंगल ऊर्जा, जुनून, जोखिम उठाने की क्षमता और महत्वाकांक्षा आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। मंगल के धनु राशि में होने पर बृहस्पति महाराज इनके अशुभ प्रभावों को कम कर देते हैं और जातक को मानसिक रूप से मज़बूत और बुद्धिमान बनाते हैं। जिन लोगों की कुंडली में मंगल धनु राशि में होता है वह अपने जीवन में लोकप्रियता हासिल करते हैं और यह लोग न्यायप्रिय होते हैं। ऐसे जातक दार्शनिक होते हैं और जब अपनी बात साबित करने की आती है, तो इन्हें वाद-विवाद में हराना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन, यह लोग कभी-कभी दूसरों द्वारा दी जा रही सलाह भी सुनना पसंद नहीं करते हैं।

ऐसे जातक संचार, लेखन और कला आदि में निपुण होते हैं और इनमें साहस कूट-कूट के भरा होता है। इन लोगों को बाहर घूमना-फिरना पसंद होता है और इन्हें अपनी आज़ादी से बहुत प्यार होता है। साथ ही, यह एडवेंचर के शौक़ीन होते हैं और इन लोगों को उदासीन परिस्थितियों में काम करना पसंद नहीं होता है।

मंगल अपने मित्र ग्रह बृहस्पति की राशि धनु में उदित होने से यह सरकार का समर्थन करेंगे। साथ ही, सरकार का रुख थोड़ा आक्रामक रहेगा।
भारत सरकार के बड़े पदों पर बैठे राजनेता और प्रवक्ता बहुत सोच-विचार करने के बाद कदम उठाएंगे और योजना बनाएंगे।
सरकारी अधिकारी जो भी काम करेंगे वह उसका गहराई से विश्लेषण करते हुए दिखाई देंगे। तथा इस समय यह चालाकी से भी काम करेंगे। भविष्य को लेकर सरकार कुछ आक्रामक योजनाओं का निर्माण करेगी। मंगल उदय की अवधि में सरकार की नीतियां जनता को पसंद आएगी।
सरकार जल्दबाज़ी में कुछ योजनाओं को लागू कर सकती हैं जिसका असर मेडिसिन, मैकेनिक आदि से जुड़ी देश की आबादी के एक बड़े हिस्से पर पड़ेगा। सेना, पुलिस और नेवी इस समय सावधान रहेंगे क्योंकि मंगल अब अपनी अस्त अवस्था से बाहर आ रहे है । मंगल धनु राशि में उदय होने से सशस्त्र बल सक्रिय होंगे।

धनु राशि में बैठकर मंगल एक्टिंग, सिंगिंग, डांस आदि क्षेत्रों के लिए फलदायी रहेंगे। बड़ी संख्या में लोग रचनात्मकता से जुड़े क्षेत्रों में अपना करियर बनाएंगे और जो पहले से क्रिएटिव फील्ड से संबंध रखते हैं, वह अपने करियर में उत्कृष्टता हासिल करेंगे। इस दौरान एंटरटेनमेंट जगत तेज़ी से आगे बढ़ेगा। केमिकल फ़र्टिलाइज़र, चाय, कॉफ़ी, स्टील और ऊन से संबंधित क्षेत्रों में वृद्धि होगी। इस अवधि में फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री का प्रदर्शन भी शानदार रहेगा। सर्जरी से जुड़े उपकरण बनाने वाले और उनका व्यापार करने वालों के लिए भी यह समय श्रेष्ठ रहेगा। परफ्यूम, कॉस्मेटिक, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी आदि उद्योगों में महीने के अंत तक मंदी का दौर जारी रहने की आशंका है।

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