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पुलिस अधीक्षक कोरबा सिद्धार्थ तिवारी के द्वारा सजग कोरबा अभियान के माध्यम से ठगी के नए तरीकों के बारे में जिले वासियों को जागरूक किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्य के पुलिस पोर्टल को खोलकर वहॉ के दर्ज हुए प्रकरण में दिये गये प्रार्थीयों के मोबाईल नम्बर को ऑनलाइन के माध्यम से देखा जा सकता है। जिसका फायदा ठगी करने वाले गिरोह उठते हैं और उन नंबरों पर फोन कर अपने आप को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पुलिस अधिकारी बनकर, वकील बनकर, न्यायालय के बाबू या अधिकारी बनकर उनके प्रकरण में कार्यवाही के नाम पर पैसों की मांग करते हैं उनसे ठगी करने का प्रयास करते हैं ऐसा किसी भी प्रकार का फोन कॉल आता है तो उसे नजर अंदाज करें या नजदीकी थाना में इसकी जानकारी देवें।
*सजग कोरबा के माध्यम से ठगी के नए तरीके से बचने के उपाय*
◼️पुलिस पोर्टल में FIR दर्ज कराते समय आवेदक या प्रार्थी अपना मोबाइल नंबर अंकित ना करवाएं
◼️अगर आपके पास पुलिस बनकर, वकील बनकर, कोर्ट का बाबू या अधिकारी बनकर फोन आता है तो उसे नजरअंदाज करें।
◼️अगर कोई कैसे को निपटाने या कैसे को जितवाने के एवज में पैसा मांगता है तो उसे पैसा ना दे।
◼️अगर कोई अनजान नंबर से फोन आता है और पैसे की मांग करता है तो उसे पैसे ना दे।
कोरबा पुलिस आम नागरिकों से यह अपील करती है कि किसी भी अनजान नंबर से फोन आता है और पैसे की मांग करता है तो उसे जांच परख के बिना पैसा ना दे।