जल को लेकर ग्रामीणों में त्राहि-त्राहि, दिया आंदोलन की चेतावनी:- ग्राम संयोजक अमृता यादव,अमगांव सहित एसईसीएल प्रभावित ग्रामों में जल संकट गहराया

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल गेवरा दीपका के अमगांव पंचायत सहित प्रभावित ग्रामों में गर्मी आगमन होने से पहले ही ग्रामीणों को जल की समस्या से जूझना पड़ रहा है प्रतिवर्ष शुद्ध पेयजल के लिए एसईसीएल और प्रशासन को संघर्ष करके ध्यानाकर्षित कराया जाता है लेकिन एसी में बैठे अधिकारी प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों की चिंता किसी को नहीं और ना ही उनके जीवन से कोई लेना-देना नहीं है ग्रामीणों ने एसईसीएल और प्रशासन के अधिकारी को आंदोलन की चेतावनी दिया है ।

ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अमगांव ग्राम इकाई संयोजक अमृता यादव ने अपने प्रेस उद्बोधन में कहा है कि जल के बगैर जीवन अधूरा है प्रतिवर्ष जल के लिए ग्रामीणों को संघर्ष करना पड़ता है कोयला खदानों को गांव से सटकर खनन कार्य और हैवी ब्लास्टिंग किया जा रहा है जिसके कारण खदान में गहराई होने से प्रभावित ग्रामों के जल स्रोत गर्मी आते ही खत्म हो जाती है उन्होंने आगे कहा कि एसईसीएल और प्रशासन के अधिकारी को मालूम होता है कि जल की समस्या प्रभावित ग्रामों में भीषण समस्या है समस्या आने से पहले ही पानी की उत्तम व्यवस्था एसईसीएल को करनी चाहिए लेकिन ऐसा किसी भी वर्ष नहीं होता है बल्कि प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों को हर वर्ष जल के लिए संघर्ष करना पड़ता है इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जल की समस्या के लिए एसईसीएल और प्रशासन गंभीर नहीं होंगे तो ग्रामीणों के द्वारा भीषण आंदोलन की चेतावनी दी हैं ।

गौरतलब है कि जिस तरह से कोयला खदानों का विस्तार किया जा रहा है साथी ही खनन कार्य और हैवी ब्लास्टिंग कराकर उत्पादन की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है उसी प्रकार प्रभावित ग्रामों में शुद्ध पेयजल की उत्तम व्यवस्था के लिए अधिकारियों को विशेष ध्यान देना चाहिए पर किसी भी वर्ष ऐसा नहीं दिखाई देता हर वर्ष अधिकारियों को संघर्ष करके ध्यानाकर्षित कराया जाता है किसान अपनी जमीन खोने के बाद भी दर-दर की ठोकरे खाने को छोड़ दिया जाता है इस कारण से कोयला खदान के उत्पादन व खनन कार्य में प्रभावित होता है इन सबका जिम्मेदार स्वयम एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारी होते हैं जिसके वजह से प्रशासन के अधिकारियों को हस्तक्षेप सलाह समझौता करने पर एसईसीएल बार-बार मजबूर करते हैं एसईसीएल प्रबंधन प्रशासन का समय बर्बाद करने में भी कोई कोतही नहीं करते अमगांव पंचायत के ग्रामीणों ने शुद्ध पेयजल व निस्तार के लिए कुछ दिनों पहले प्रबंधन के अधिकारियों के साथ बैठक कर पानी की अकाल समस्याओं से अवगत कराया था लेकिन इस पर प्रबंधन के अधिकारी पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए गंभीर नहीं दिख रहे हैं ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है ।

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