NOW HINDUSTAN कोरबा 06 अप्रैल कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत बसंत, जिला पंचायत सीईओ एवं स्वीप नोडल अधिकारी संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा चयनित गोद ग्राम भादा में मतदाताओं को नई तकनीक की जानकारी देते हुए उनकी सहभागिता व जागरूकता बढ़ाने संपर्क अभियान चलाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक वाय के तिवारी के नेतृत्व में रासेयो स्वयंसेवकों ने करतला विकासखंड के तरदा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम भादा में जागरूकता रैली आयोजित कर महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों के साथ ही घर-घर जाकर ग्रामवासियों को सजग व जागरूक करते हुए मतदान करने के लिए प्रेरित किया। संपर्क कार्यक्रम के दौरान 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी एक बालिका का ऑनलाइन मतदाता परिचय पत्र बनाने का कार्य भी स्वयंसेवकों द्वारा किया गया।
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के रासेयो कार्यक्रम समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर के मार्गदर्शन में जयप्रकाश पटेल , वर्णिता सीमा बखला आदि स्वयंसेवकों ने मेरा वोट मेरी पहचान, वोट करेगा कोरबा सशक्त बनेगा कोरबा आदि नारों का वाचन करते हुए परिवारों के बीच जाकर गीतों के माध्यम से उन्हें मतदान तथा एक- एक वोट का महत्व समझाते हुए निर्वाचन में धर्म, वर्ग जाति संप्रदाय और क्षेत्र तथा प्रलोभन से बचते हुए मतदान में सक्रिय भागीदारी के लिए शपथ दिलाई।
रासेयो जिला संगठक वाय के तिवारी ने सभी स्वयंसेवकों तथा ग्रामवासियों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया में सहभागिता तथा विभिन्न जानकारी के लिए बनाए गए वोटर हेल्पलाइन एप, सी विजिल एप, सक्षम मोबाइल एप, नो योर कैंडिडेट एप, वोटर टर्न आउट एप आदि के बारे में जानकारी प्रदान कर मतदाताओं को शिक्षित करने तथा मतदान प्रक्रिया से जोड़ने का कार्य किया। स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित दिवा शिविर में स्व सहायता समिति की क्लस्टर हेड श्रीमती कुमुदिनी यादव मितानिन गीता यादव, निशा यादव, शकुंतला महंत, निर्मल दास, विष्णु दास, चंदन दास, धूमदास, राम बाई, गौरी बाई, प्रिया महंत रूबी महंत सावित्री महंत श्वेता महंत आदि की सक्रिय भूमिका रही। कार्यक्रम के आयोजन में रासेयो कार्यक्रम अधिकारी जी एम उपाध्याय, श्रीमती प्रीति द्विवेदी के अलावा जयप्रकाश पटेल सनी राव जगताप, किशन यादव, आशीष यादव धीरज यादव, उदय दास आदि स्वयंसेवकों का सक्रिय योगदान रहा।