ऐतमा वन परिक्षेत्र के ग्राम कोनकोना से पकड़े गए बीमार तेंदुए की इलाज के दौरान हुई मृत्यु…..

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN  कोरबा जिलान्तर्गत कटघोरा वन मंडल में ऐतमा वन परिक्षेत्र के ग्राम कोनकोना में ट्रेंकुलाइज किए गए तेंदुए की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है। बताया जा रहा हैं की बीमार तेंदुआ के इलाज के लिए वन विभाग ने इसका ट्रेंकुलाइज किया था। तेंदुए को बेहोश अवस्था में पिंजरे में डाल कटघोरा वनमंडल के केसेनिया डिपो में रखा गया था। यहां कानन-पेंडारी बिलासपुर से आये पशु चिकित्सक डॉक्टर चंदन अपनी टीम के साथ तेंदुए का इलाज कर रहे थे। उसे इलाज के दौरान रविवार रात लगभग 9:30 बजे कानन-पेंडारी शिफ्ट कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि यहां देर रात को ही इलाज के दौरान ही तेंदुए ने दम तोड़ दिया। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेज गर्मी की वजह से तेंदूआ हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया है। बाद में इलाज के दौरान मैन एक्जाइटिस की बीमारी से ग्रसित होना पाया गया। वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि पांच साल का तेंदुआ वयस्क था। काफी सुस्त होने की वजह से उसका इलाज करना आवश्यक था। इसलिए तेंदुआ का रेस्क्यू किया गया।

यह बात विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं कि कटघोरा वन मंडल में ऐतमा वन परिक्षेत्र के ग्राम कोनकोना के जंगल में तेंदुआ को खेत में सुस्त हालत में टहलते रविवार की सुबह ग्रामीणों ने देखा था। कुछ दिन पहले चैतमा वन परिक्षेत्र के राह में बछड़े का शिकार किए जाने से नाराज एक किसान ने जहर देकर तेंदुए को मार डाला था। इस मामले में तीन कथित आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस बीच तेंदुए की मौत की यह दूसरी घटना जिले में घटित हो गई है। ट्रेंकुलाइज के बाद तेंदुए की हुई मौत से कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस के द्वारा सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्यवाही की जा रही हैं।

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