NOW HINDUSTAN कोरबा पर्यावरण पर मंडराते संकट को दूर करने के लिए व्यापक पैमाने पर पौधों को लगाने और ग्रीन बेल्ट विकसित करने की जरूरत महसूस की जा रही है। कोरबा जिले में अगले मानसून सीजन में इस प्रकार की कोशिश की जानी है।
वन विकास निगम और पब्लिक सेक्टर सहित कई संस्थाएं मिलकर सघन वनीकरण पर ध्यान देंगीं। इसके लिए जिले में स्थित वन विभाग की केंद्रीय नर्सरी के अलावा अन्य स्थानों पर अलग-अलग प्रजाति के कई लाख पौधों को तैयार किया जा रहा है। इसके लिए काफी समय पहले योजनाएं बनाई गई और इसका क्रियान्वयन किया गया। बताया गया कि अलग-अलग प्रजातियों को इसमें शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि हर वर्ष इतने बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाते हैं लेकिन उनका संरक्षण नहीं हो पता है यही वजह है कि हजारों की संख्या में लगाए गए पौधे हर वर्ष अपना पूर्ण आकार नहीं ले पाते हैं पौधारोपण करना बहुत ही आसान है लेकिन उनका संरक्षण करना बहुत ही कठिन है और इसमें कहीं ना कहीं वह विभाग जिम्मेदार है जो पौधारोपण तो करते हैं लेकिन उनके संरक्षण पर कोई ध्यान नहीं देते हैं अगर सही मानव में पौधों का संरक्षण किया जाता तो आज कोरबा जिले के किसी भी हिस्से में पौधे लगाने की जरूरत नहीं पड़ती