NOW HINDUSTAN korba. सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया के अधीन संचालित एसईसीएल बिलासपुर की कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा परियोजना गेवरा खदान में नाली निर्माण के कार्य में लगे तीन ठेका मजदूर अचानक ओवहर बर्डन (ओबी) की मिट्टी स्खलन की चपेट में आ गए। मलबे में दबने से एक मजदूर की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो अन्य घायल बताये जा रहे हैं, उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बताया जा रहा हैं की पत्थर से मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं।
जानकारी के अनुसार साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की गेवरा खदान के चार नंबर गेट के पास नाली निर्माण का काम एक निजी कंपनी द्वारा कराया जा रहा था। इसके लिए कंपनी ने पेटी ठेकेदार को सिविल वर्क का काम दिया था। अचानक नजदीक में ही स्थित ओबी से मिट्टी खिसकने लगी। बताया जा रहा है कि एक ही परिवार के तीन मजदूर विशाल नायक 26 वर्ष, उसका भाई करण व साला काम कर रहे थे। पत्थर गिरने की घटना देख तीनों भागने लगे, पर विशाल व उसका भाई मलबे में दब गए। वहीं विशाल का साला किसी तरह दौड़ लगाकर भाग निकला, पर वह भी पत्थर से चोट लगने की वजह से घायल हो गया। इस घटना की जानकारी मिलने पर प्रबंधन में हड़कंप मच गया। एंबुलेंस से घायलों को गेवरा के विभागीय नेहरू शताब्दी अस्पताल भेजा गया। यहां चिकित्सकों ने परीक्षण उपरांत विशाल को मृत घोषित कर दिया।
करण को गहन उपचार के लिए अन्य अस्पताल रेफर कर दिए जाने की जानकारी सामने आ रही हैं। सूचना मिलने पर दीपका पुलिस ने वैधानिक कार्यवाही के बाद शव मर्च्यूरी में रखा दिया है। मृतक मूलत: झारखंड के सरईखेला निवासी था, वर्तमान में दीपका क्षेत्र में ही रहता था।