NOW HINDUSTAN. Korba. छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने नई दिल्ली में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जिला खनिज न्यास मद में पूर्व कलेक्टरों के माध्यम से 500 करोड़ से अधिक का घोटाला होने का आरोप लगा शिकायत की है। इस मामले में महालेखा परीक्षक से परफॉर्मेंस ऑडिट और सीबीआई से जांच कराने मांग की है।
श्री कंवर ने केंद्रीय कोयला मंत्री को लिखे एक शिकायत पत्र में कहा है कि छत्तीसगढ़ को जिला खनिज न्यास के माध्यम से हर साल करोड़ों रुपए की राशि मिलती है। इसका खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है। राशि का कलेक्टर और जनप्रतिनिधि दुरुपयोग ना करें इसके लिए नरेंद्र मोदी ने कड़े कानून बनाए हैं। लेकिन उसको भी नजरअंदाज कर गड़बड़ी की जा रही है। प्रत्यक्ष प्रभावित क्षेत्रों में कोई काम नहीं हो रहे हैं। अभी तक प्रभावित लोगों की सूची तक नहीं बनाई गई है। इसकी वजह से प्रभावित लोगों को इसका लाभ भी नहीं मिल रहा है। योजना के तहत सड़क, पानी और इलाज के साथ ही आवागमन की सुविधा पर खर्च करना है। लेकिन दूसरे क्षेत्रों में इसकी राशि खर्च कर दी गई है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा की नियमों का पालन कोई भी पूर्व कलेक्टर ने नहीं किया है। नियम विरुद्ध सामान की खरीदी बाजार दर से अधिक दर में की गई है और मोटी रकम कलेक्टर संबंधित व्यापारी और सफेद पोस नेताओं ने कमाया है। कोरबा जिले में ही 2014 से अब तक बड़ी राशि खर्च की गई है। कोरबा के साथ जांजगीर-चांपा में भी बड़ी गड़बड़ी हुई है। अभी भी कोरबा जिले में गड़बड़ी की जा रही है। जिला खनिज न्यास शासी परिषद की बैठक में जो प्रस्ताव पारित होते हैं, उसके विपरीत जाकर कार्य कराया जा रहे हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा हैं की इसकी ईडी और सीबीआई से भी जांच कर कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।