लगभग 209 करोड़ से होंगे सिग्नलिंग सहित अन्य कार्य पूर्ण

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
2 Min Read

NOW HINDUSTAN.  कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में गेवरारोड-पेंड्रारोड रेल कॉरिडोर को समय पर पूरा कराने इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड ने प्रक्रिया तेज कर दी है। इसके लिए न केवल रेल मंत्रालय के साथ-साथ एसईसीआर बिलासपुर जोन का भी दबाव बना हुआ है। परियोजना भी काफी पुरानी हो चुकी है। हालांकि रेलवे लाइन बिछाने का काम काफी हद तक पूर्ण कर लिया गया है।
टेक्निकल काम शेष है। परियोजना के अधूरे काम में सिगनलिंग, दूरसंचार व ईआईएमडब्ल्यूबी सामग्री की आपूर्ति के साथ विविध काम कराने इरकॉन ने 209 करोड़ 40 लाख 81 हजार 514 रुपए की लागत आंकी है। इस लागत में काम करने इरकॉन को अनुभवी ठेकेदार चाहिए। उक्त कार्य के लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें भाग लेने वाले अनुबंधकर्ताओं को 29 जनवरी को दोपहर 3 बजे तक निविदा जमा करने कहा है। उधर, एसईसीआर बिलासपुर के नए जीएम तरुण प्रकाश ने भी बीते दिनों विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर छत्तीसगढ़ ईस्ट वेस्ट रेल कॉरिडोर को समय-सीमा में काम कराने को कहा है।

कुसमुंडा ब्लॉक स्टेशन पर होंगे अधिक काम

जानकारी के अनुसार कुसमुंडा ब्लॉक स्टेशन (केबीएस) पर अधिक कार्य होने हैं। इसमें यहां के यार्ड पर मौजूदा पैनल इंटरलॉकिंग संस्थाना और एसईसीएल एसआईएलओ साईडिंग (केएमकेए) यार्ड के ईस्ट केबिन पर मौजूदा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग संस्थाना में परिवर्तन/सुधार के कार्य होंगे। कुसमुंडा स्टेशन यार्ड में उपयोग होने वाली सामग्री वर्षों पहले लगाई गई थी, जिसे बदला जाएगा। ट्रैक आदि के काम भी कराए जाएंगे, ताकि गुड्स ट्रेनों का दबाव बढ़ने पर आवागमन में कोई अवरोध न हो सके।

इन नए स्टेशनों पर होना है काम

इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा जिन 10 नए स्टेशनों पर काम कराना है, उसमें दीपका-जूनाडीह, सुराकछार, कटघोरा, बिंझरा, पुटुवा, मातिन, सेंदुरगढ़, पुटीपखना जो कोरबा जिला में स्थित है, जबकि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला में आने वाले भादी व धनगवां शामिल हैं। स्टेशन स्थल को चिन्हित कर लिया गया, भवन का काम चल रहा है, वहां उपयोग आने वाले संसाधनों को जुटाने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।

Share this Article