NOW HINDUSTAN. Korba. सरायपाली- वन विभाग द्वारा गर्मी में आग से वनों और वन्य प्राणियों को सुरक्षित रखना विभाग के लिए चुनौती होता है। विभाग अपने अपने क्षेत्र के जंगलों को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रही है। वन विभाग ने अपने जंगलों को सुरक्षित रखने के लिए वनों में गश्त के साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने महुआ संग्राहकों के घरों में पहुंचकर जंगलों में आग लगने से होने वाले नुकसान के बारे में भी दी जा रही जानकारी।साथ ही वनों में आग ना लगाने की समझाइस दे रहे हैं। महुआ संग्राहकों से वनों में आग की जानकारी मिलने पर बिना भय के विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को सूचना देने के लिए जागरूक कर रहे हैं। सहायक परिक्षेत्र
अधिकारी योगेश्वर कर ने बताया कि वनों और वन्य प्राणियों को आग से बचाने के लिए जागरुक कर रहे हैं। जंगलों में आग ना लगे इसके लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। वन मण्डल महासमुंद के सरायपाली वन परिक्षेत्र के अंतर्गत सिंघोड़ा परिवृत के अंतर्गत के ग्रामो मे दीवाल लेखन के माध्यम से जंगल को आग से बचाने के लिए जागरूक किया। वनरक्षक वनों को आग से बचाने को लेकर ग्रामीणों भी आगे बढ़कर सहयोग करने का अपील की। उन्होंने कहा कि मनुष्य व पर्यावरण दोनों में परस्पर संबंध है। उन्हें अलग करना कठिन है। जिस दिन पर्यावरण का अस्तित्व मिट गया, उस दिन मानव जाति का अस्तित्व ही मिट जाएगा।
वन कर्मियों ने बताया कि पर्यावरण को बचाने के लिए प्रशासन की ओर कई प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का कर्तव्य है कि वे अपने जीवन में कम से कम पांच पौधे जरूर लगाएं और जब तक वे पौधे बड़े नहीं होते, तब तक उनकी पूरी देखभाल करें। साथ ही लगाए गए पौधों की तब तक सुरक्षा करें । जब तक वे बड़े नहीं हो जाते हैं। यह सब काम समाज को जागरूक किए बगैर नहीं हो सकता है। जंगल में आग लगने की किसी भी घटना की सूचना तुरंत वन विभाग को दें। जिससे समय रहते आग पर काबू पाया जा सके।