ग्राम पंचायत गेरांव में निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए की आहरण, जांच की उठी मांग.

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN.  कोरबा – जिले में चुनाव तारीख ऐलान होते ही वनांचल क्षेत्र के पंचायतो में विकास कार्य के नाम परकिये गए भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों ने सरपंच -सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं। ऐसे ही एक मामला जिले के कोरबा जनपद ब्लॉक के अंतिम छोर में बसा ग्राम पंचायत गेरांव से सामने आया है । यहां  सरपंच बालेश्वर रठिया – सचिव कैलाश कुमार राठिया द्वारा बिना स्टीमेेट के नाली मरम्मत, शासकीय भवन मरम्मत एवं अन्य कार्य के लगभग लाखो रुपये आहरण किया गया और बिना मूल्याकंन के सम्बंधित को लाखों का भुगतान भी कर दिया गया। क्या सरपंच सचिव के लिए कोई नियम कानून मायने नहीं रखता और इनको किसी का डर भी नहीं है। क्योंकि की इस प्रकार के झोल झाल करने की अधिकारियों को मोटी कमीशन दिया जाता हैं।

ग्राम पंचायत गेरांव में विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य के तहत शासकीय राशि का चूना लगाया जा चुका है। वहीं पंचायत प्रतिनिधि हर काम में कमाई के चक्कर में कानूनों को ताक पर रखकर बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए ग्राम पंचायतों का ऑनलाइन पेमेंट शुरू किया गया है। लेकिन ग्राम पंचायत के सचिव उसका भी हल निकाल कोई भी फर्म का फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण किया जा रहा। जब हमारी टीम गांव कि ग्रामीणों एवं पंचों से बातचीत किए तो पंच ने बताया कि सरपंच-सचिव द्वारा 15 वित्त योजना में कई बिल लगाया गया है। मौके पर जितना कार्य हुआ नहीं है उससे दुगुुना बिल लगाया गया है। मरम्मत कार्य, साफ सफाई, बोरखानन एवं पेयजल के नाम पर भुगतान किया गया है। लेकिन कार्य नहीं किया गया इसकी प्रकार से रैन वॉटर के कार्यों में भी लाखो खर्च किया गया है जिसमें बड़े भ्रष्टाचार की आशंका हैं। गांव के ग्रामीणों ने जांच की मांग की है शासन से और गांव के विकास के लिए आए राशि का जहां जरूरत है उन कार्यों में खर्च होना चाहिए। जानकारी को लेकर जब हमारे संवाददाता ने सचिव से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।

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