NOW HINDUSTAN. कोरबा। भारतीय जनता पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी से बागी होकर चुनाव लड़ रहे बागी प्रत्याशियों एवं पार्टी विरोधी कार्यों में संलिप्त लोगों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की है ।
उन्होंने ऐसे प्रत्याशियों तथा लोगों को भारतीय जनता पार्टी की तरफ प्राथमिक सदस्यता एवं सभी दायित्वो से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है ।
इस विषय पर भाजपा कोरबा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा ने स्पष्ट किया कि पार्टी विरोधी कार्यो में संलिप्त रहने वाले लोगों पर आगे भी ऐसे ही अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
प्रदेश नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि भाजपा के अनुशासन और संगठन की एकता को भंग करने वाले किसी भी नेता या कार्यकर्ता को कोई रियायत नहीं दी जाएगी। जो भी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ कार्य करेगा, संगठन विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होगा या अनुशासनहीनता करेगा, उसे तत्काल निष्कासन की सजा दी जाएगी।
भाजपा कोरबा जिला अध्यक्ष श्री मनोज शर्मा ने भी इस कड़े फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे मामलों में कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा की रीति-नीति और अनुशासन का पालन करना प्रत्येक कार्यकर्ता का कर्तव्य है, और जो भी इससे भटकेगा, उसे संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
क्यों उठाया गया यह कदम?
नगरीय निकाय चुनाव में कई नेता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरकर भाजपा विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो गए थे। पार्टी ने पहले भी सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को चेतावनी दी थी कि वे संगठन के फैसले के अनुरूप कार्य करें, अन्यथा कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। अनुशासनहीनता पर रोक लगाने और संगठन की एकता बनाए रखने के लिए भाजपा नेतृत्व ने यह ऐतिहासिक और कड़ा फैसला लिया।
भाजपा का सख्त संदेश – अनुशासन ही सर्वोपरि
भाजपा प्रदेश नेतृत्व के इस कदम से पार्टी में स्पष्ट संदेश चला गया है कि संगठन की अखंडता को बनाए रखना ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने संकेत दिया है कि अनुशासनहीनों के खिलाफ यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और भाजपा में अनुशासन तोड़ने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है।