NOW HINDUSTAN. कोरबा जिला अंतर्गत वन मंडल कटघोरा के पाली रेंज में 2 मवेशियों के शिकार करने के बाद बाघ के आगे बाद जाने की जानकारी दी जा रही हैं। बताया जा रहा हैं की चैतमा रेंज के सुरका, हाथीबाड़ी, बारी उमराव, घुईचुंवा, ईरफ क्षेत्र में भी लोगों को सतर्क किया गया हैं। इस क्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य भी बंद रखने कहा गया है। ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने हिदायत दी गई है। वन मंडल कटघोरा में उक्त बाघ चैतुरगढ़ के जंगल में नजर आया था। अभी तक दो मवेशियों का शिकार कर चुका है। उसके पद चिन्ह का नमूना भी लिया गया है।
माना जा रहा है कि बाघ अचानकमार टाइगर रिजर्व से ही आया है। इस क्षेत्र में गर्मी के समय और कई प्रजाति के जंगली जानवर पहुंचते हैं। वे घना जंगल होने के कारण सुरक्षित भी रहते हैं। इसी वजह से पूरे वन मंडल में अलर्ट जारी किया गया है।
जिंजर सुनील लकड़ा का कहना है कि बाघ का लोकेशन दिया जा रहा है। अब तक किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं आई है। सभी क्षेत्रों में मुनादी करा दी गई है। बाघ एक स्थान पर रुकने के बजाय 25 से 30 किलोमीटर के दायरे में घूमते रहते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि जंगल में घूम रहे मवेशी का शिकार कर रहा है। गांव के आसपास अभी नहीं आ रहा है।