एनटीपीसी कोरबा ने बालिका सशक्तिकरण अभियान 2025 का शुभारंभ किया: अभियान के छठे संस्करण की हुई शुरुआत….

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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576 ज़िंदगियाँ प्रभावित, बालिका सशक्तिकरण अभियान 6.0 में 84 नए सपनों को मिला नया आयाम

NOW HINDUSTAN. Korba. एनटीपीसी कोरबा ने गर्व के साथ अपनी प्रमुख सामुदायिक पहल बालिका सशक्तिकरण अभियान (2025) के छठे संस्करण की शुरुआत की घोषणा की है। यह परिवर्तनकारी कार्यक्रम, जो बालिकाओं के समग्र विकास और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, इस वर्ष 34 विभिन्न स्कूलों से चयनित 84 प्रतिभाशाली छात्राओं के साथ अपनी प्रेरणादायक यात्रा को आगे बढ़ा रहा है।

अपने आरंभ से अब तक, एनटीपीसी कोरबा में बालिका सशक्तिकरण अभियान ने 36 गांवों और वार्डों में फैले 41 स्कूलों की 576 बालिकाओं के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। ये आंकड़े सिर्फ संख्या नहीं हैं, बल्कि हर एक आंकड़ा एक साहस, संघर्ष और बदलाव की कहानी है।
इस अभियान का मूल उद्देश्य बालिकाओं का समग्र विकास सुनिश्चित करना है, जिसमें शैक्षणिक शिक्षा को सह-पाठ्यक्रम और अतिरिक्त गतिविधियों के साथ जोड़कर आत्मविश्वास बढ़ाना, कौशल निर्माण करना, और उन्हें व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करना शामिल है।

इस अवसर पर राजीव खन्ना, कार्यकारी निदेशक, एनटीपीसी कोरबा ने कहा, “यह अभियान हमारे लिए सिर्फ एक पहल नहीं है, बल्कि हमारे मूल्यों और समुदाय के प्रति हमारी जिम्मेदारी का अभिन्न हिस्सा है।”

एनटीपीसी, संयुक्त राष्ट्र महिला सशक्तिकरण सिद्धांतों (WEPs) पर हस्ताक्षरकर्ता है, और उसने संगठन के भीतर और समुदाय में लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और समावेशी विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निरंतर दर्शाया है।

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के दौरान, सभी 84 छात्राओं को किट वितरित की गईं, जिनका वितरण निम्नलिखित विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया: राजीव खन्ना, कार्यकारी निदेशक, एनटीपीसी कोरबा, विभास घटक, महाप्रबंधक (ओएंडएम),श्रीमती रोली खन्ना, अध्यक्ष, मैत्री महिला समिति, श्रीमती शुभ्रा घटक, उपाध्यक्ष, मैत्री महिला समिति

इसके साथ ही, सभी छात्राओं का पंजीकरण और स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया ताकि उनके स्वास्थ्य और आवासीय कार्यक्रम के लिए उनकी तैयारियों को सुनिश्चित किया जा सके।

बालिका सशक्तिकरण अभियान 6.0 की शुरुआत के साथ, एनटीपीसी कोरबा एक बार फिर यह संकल्प दोहराता है कि वह बालिकाओं के सपनों और आकांक्षाओं को पोषित करने तथा एक अधिक समान और सशक्त समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।

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