*युक्तिऊक्तकरण, क्रमोन्नति सहित महत्वपूर्ण मांगो पर प्रदेश के 23 संघ एकजुट होकर फूंका बिगुल*
*क्या प्राथमिक शाला में एक शिक्षक और एक प्रधान पाठक के भरोसे हम विश्व गुरु बन सकते हैं ??? : डॉ गिरीश केशकर*
NOW HINDUSTAN. Korba. वर्तमान में प्रदेश के स्कूलों और शिक्षकों का युक्तिऊक्तकरण की प्रकिया स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा की जा रही है। विसंगति पूर्ण युक्तिऊक्तकरण के विरोध में प्रदेश के सभी 23 शैक्षणिक संगठन एक जुट होकर शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ का निर्माण कर एकजुटता के साथ इसके विरोध में बिगुल फूंक दिया है। इसी कड़ी में साझा मंच के आह्वान पर प्रदेश के शिक्षक 28 मई को मंत्रालय का घेराव करेंगे।
छत्तीसगढ़ शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष एवं शिक्षक साझा मंच के प्रांतीय संचालक डॉ गिरीश केशकर ने बताया कि किसी भी संगठन को शिक्षक विहीन और एकल शिक्षकीय स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था करने का विरोध नहीं है लेकिन वर्तमान में अपनाई जा रही युक्तिऊक्तकरण कि इस प्रक्रिया में व्यापक विसंगति है। शासन को 2008 के सेटअप के अनुसार प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। प्राथमिक शाला में 5 कक्षा के लिए एक शिक्षक और एक प्रधान पाठक के भरोशे और युक्तिऊक्तकरण के नाम पर 4 हजार स्कूलों को मर्ज करके हमारा देश विश्व गुरु नहीं बन सकता। सही मायने में 5 कक्षा के लिए 5 शिक्षक होना चाहिए। एक तरफ शराब दुकानों का बढ़ते जाना और 4 हजार स्कूलों का मर्ज होना काफी चिंताजनक है शिक्षा जगत और बच्चों के भविष्य के लिए। इसके साथ ही 35 हजार शिक्षक के पद समाप्त होंगे और प्रमोशन के अवसर पर कुठाराघात होगा। पढ़े लिखे बीएड डीएड युक्त बेरोजगारों के नौकरी के अवसर नगण्य हो जाएगी।
डॉ केशकर ने आगे बताया कि सोना साहू के क्रमिन्नति मामले में माननीय सुप्रीम कोर्ट से जीत हासिल करने के बाद उनको क्रमोन्नति और उसका एरियर्स प्रदान किया गया। एक विभाग, एक समान सेवा शर्ते और एक समान पात्रता रखने के बावजूद शासन सभी पात्र शिक्षकों के लिए क्रमोन्नति का जनरल ऑर्डर जारी करने में हिला हवाला कर रही है जिससे शिक्षकों के मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। हजारो की संख्या में शिक्षक कोर्ट में केस फाइल कर रहे हैं। सरकार को सभी पात्र शिक्षकों के लिए क्रमोन्नति प्रदान करने एक जनरल ऑर्डर जारी करना चाहिए। और यदि टॉप टू बॉटम पहले पदोन्नति की प्रक्रिया अपनाए और खुली ट्रांसफर की प्रक्रिया पहले अपनाए तो युक्तिऊक्तकरण की 50 प्रतिशत समस्या अपने आप ठीक हो सकती है।
सभी संघो ने एकजुट होकर सप्ताह भर पहले शासन को युक्तिऊक्तकरण सहित प्रमुख मांगो के लिए ज्ञापन और अल्टीमेटम दिया था, परंतु शासन की ओर से इन मामलों में कोई सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण प्रदेश भर के शिक्षक 28 मई को मंत्रालय का घेराव करेंगे।
कार्यकारी प्रांताध्यक्ष पवन साहू, श्रीमती रीता चौधरी, उप प्रांताध्यक्ष डॉ आर पी कश्यप, प्रांतीय सचिव रूप नारायण पटेल, जिलाध्यक्ष हरिराम पटेल सहित अशोक खुराना, बद्री साहू, ललित जगत, सहित प्रदेश जिला व ब्लॉक के सभी पदाधिकारियों ने 28 मई को सभी शिक्षकों को तूता नया रायपुर धरना स्थल पहुचने अपील की है।