राजस्थान के लाल पत्थर से प्राचीन शैली में मां सिद्धिदात्री के मंदिर का हो रहा निर्माण……..

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN. Korba. माण्डूक्य ऋषि की तपोस्थली श्री हरिहर क्षेत्र केदार मदकू द्वीप में राजस्थान के लाल पत्थर से प्राचीन शैली में मां सिद्धिदात्री के मंदिर निर्माण कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मंदिर 40 गुणा 60 वर्ग फुट आकार का होगा जिसके शिखर की ऊंचाई इक्यावन फुट होगी।
बयाना राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के पत्थरों से मंदिर निर्माण होगा जहां के पत्थरों से श्री राम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण हो रहा है।

उक्त मंदिर का निर्माण राजस्थान के कारीगरों के द्वारा किया जाएगा। मंदिर के निर्माण का संभावित लागत पांच करोड़ रूपए है।मंदिर निर्माण से जुड़े सूत्रों के अनुसार मदकू द्वीप के संत रामरूप दास के द्वारा

की मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें क्षेत्र ही नहीं वरन् दूर दराज के श्रध्दालु मुक्त हस्त से आर्थिक सहभागिता दे रहे हैं। मंदिर निर्माण हेतु जन सामान्य से मात्र ₹5100 अपेक्षित है। 5100 अथवा अधिक राशि के दानदाताओं का नाम परिसर में पटल पर आजीवन अंकित किया जाना है।

सिद्धिदात्री मंदिर निर्माण की भूमिका के संबंध में संत रामरूप दास महात्यागी के द्वारा बताया गया कि आठवीं शताब्दी में सनातन को एकात्म भाव से जोड़ने के लिए आदिशंकराचार्य जी ने पंचदेव (गणेश, शिव, विष्णु,सूर्य और शक्ति) पूजन की प्रथा स्थापित किया।

एक वेदी पर पांचों देव लिंग (पिंडि) स्वरूप में स्थापित होने पर वह “स्मार्तलिंग” कहलाता है।

मदकू द्वीप में २०११मे उत्खनन से स्मार्तलिंग की द्वादश श्रृंखला के अलावा अष्टभुजी श्री गणेश प्रतिमा, चतुर्भुजी श्री उमा महेश्वर प्रतिमा, गरूड़ारूढ़ श्री लक्ष्मीनारायण की प्रतिमा के अलावा अठारह मंदिरों की श्रृंखला में पांचवें मंदिर में “मां महिषासुर मर्दिनी” की प्रतिमा प्राप्त हुई है।

द्वीप में श्री धूमनाथ श्री जलेश्वर महादेव मंदिर, श्री लक्ष्मीनारायण श्री राधाकृष्ण मंदिर, प्राचीन श्री अष्टभुजी गणेश जी का भव्य दिव्य मंदिर स्थापित है इस उत्तरवाहिनी शिवनाथ नदी के मध्य स्थित सिद्ध क्षेत्र मदकू द्वीप में माता की प्रेरणा से “मां श्री सिद्धिदात्री” मंदिर निर्माण का संकल्प आसपास के ग्रामीण बन्धु बहनों द्वारा लिया गया है।
मदकू द्वीप को केन्द्र मानकर आसपास के इक्यावन गांवों से गांव की ग्राम देवीयों (महामाया, शीतला, लखनीदेवी माता गुड़ी) की चरण पादुका “श्री सिद्धिदात्री मंदिर” में स्थापित कर “५२ग्रामदेवी शक्ति पीठ ” श्री हरिहर क्षेत्र केदार मदकू द्वीप में स्थापित करने का शुभ संकल्प लिया गया है।

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