NOW HINDUSTAN. Korba. कोरबा जिलान्तर्गत कुदमुरा से जिल्गा बरपाली तक की सड़क गड्ढे में गुम हो गई है। भारी वाहनों की आवाजाही के कारण सड़क को ढूंढना पड़ रहा है। इसकी वजह से 15 गांवों की 20 हजार आबादी परेशान है। इसके बाद भी मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विद्यालय जाने वाले छात्र-छात्राएं रोज दुर्घटना का शिकार होते हैं।
पीडब्ल्यूडी की इस सड़क की लंबाई 10 किलोमीटर है। इस मार्ग पर पहले भारी वाहन नहीं दौड़ते थे। उरगा से पत्थलगांव तब फोरलेन सड़क बन रही है। इसका ठेका एक निजी कंपनी को मिला है। मार्ग के किनारे ही ब्लीचिंग प्लांट है, जहां से रोज भारी वाहनों की आवाजाही हो रही है। ग्रामीण सड़क होने से गर्मी के समय ही खराब हो गई थी। बारिश होने पर सड़क पूरी तरह टूट ह टूट चुकी है। जिल्गा से सरनीडेरा के साथी आसपास के छात्र-छात्राएं कुदमुरा पढ़ाई करने जाते हैं, जो सबसे अधिक परेशान होते हैं। गड्ढे में गिरकर कई लोग घायल भी हो चुके हैं। ठेका कंपनी सड़क की मरम्मत के नाम पर बजरी डाल देती है, जो बारिश में नहीं टिक पा रही है। कटकोना, गिरारी के लोग भी इसी मार्ग पर आवाजाही करते हैं, जो परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी में किसी तरह आवाजाही कर लेते थे, लेकिन अब रात के समय बारिश का पानी भरने से गड्ढे भी नजर नहीं आते हैं। छोटे वाहनों को भी इस मार्ग पर चलाने में परेशानी होती है। फोरलेन सड़क निर्माण में अभी समय लगेगा। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की मरम्मत करानी चाहिए। ग्रामीण सड़कों की क्षमता कम होती है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पर 12 टन की क्षमता होती है, लेकिन इससे अधिक क्षमता के वाहन दौड़ रहे हैं।
रामपुर विधायक ने प्रशासन को लिखा पत्र
रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने खराब सड़कों की मरम्मत के लिए प्रशासन को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि भारी वाहनों से जो भी सड़कें खराब हुई है, उसकी मरम्मत की जाए। बारिश के समय लोगों को परेशानी होती है, इसलिए अभी चलने लायक बनानी चाहिए। बारिश के बाद इसकी टायरिंग कराई जाए।
ग्रामीण सड़कों का भी नवीनीकरण बेकार
ग्राम जिल्गा से सरनीडेरा, कटकोना सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई है। दोनों ही सड़कें भारी वाहनों की वजह से खराब हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश शुरू होते ही परेशानी बढ़ गई है। प्रशासन से इसकी मरम्मत की मांग की गई है। सड़क का नवीनीकरण भी बेकार हो गया है।
3 साल पहले हुआ था सड़क का नवीनीकरण
पीडब्ल्यूडी ने इस सड़क का 3 साल पहले ही नवीनीकरण कराया था। इससे लोगों को काफी राहत थी, लेकिन जब से हाईवे के फोरलेन सड़क का निर्माण शुरू हुआ, तब से सड़क पूरी तरह उखड़ गई है। हाईवे के बनने तक लोगों को राहत मिलना मुश्किल है।
चिर्रा से श्यांग रोड बनेगी बारिश के बाद
चिर्रा-श्यांग तक 12 किलोमीटर सड़क बनाने वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है। इसकी लागत 9 करोड़ रुपए है। जिला खनिज न्यास से इसकी मंजूरी दी गई है। बारिश की वजह से सितंबर-अक्टूबर तक इस सड़क का काम शुरू करने की तैयारी की गई है।
सड़क की कराई जाएगी मरम्मत : कार्यपालन अभियंता जी.आर. जांगड़े
पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता जी.आर. जांगड़े का कहना है कि सड़क की मरम्मत कराई जाएगी। लोगों को परेशानी ना हो, इसका प्रयास करेंगे। एनएचएआई को भी पत्र लिखकर सड़कों को ठीक कराने कहा है।
