NOW HINDUSTAN. Korba. जैन श्रीसंघ कोरबा एवं महावीर मंच नगरी के सौजन्य से सरस्वती शिशु मंदिर के 170 विद्यार्थियों को मांसाहार का त्याग करने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रत्येक विद्यार्थी को 2-2 कॉपी एवं बिस्किट भेंट किए गए। शिशु मंदिर के आचार्य भाई एवं बहनों को भी पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
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आज दोपहर 12 बजे जैन भवन कोरबा में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में जैन श्रीसंघ कोरबा के अध्यक्ष श्री मूलचंद जी कोटड़िया, श्री प्रकाश बैद, संरक्षक श्री जसराज जी जैन, श्री योगेश जैन एवं श्री निर्मल जैन उपस्थित रहे।
समता प्रचार संघ से पधारे स्वाध्यायी भाई श्रीमान मूलचंद जी सेठिया एवं श्रीमान वीरेन्द्र पुगलिया ने विद्यार्थियों को मांसाहार त्याग, व्यसनमुक्ति एवं संस्कार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सरल एवं रोचक शब्दों में मार्गदर्शन दिया। चित्रक एवं आपसी संवाद के माध्यम से बच्चों ने इन विषयों में गहरी रुचि दिखाई।
श्री वीरेन्द्र पुगलिया ने बच्चों के अनुशासन की सराहना करते हुए कहा कि “जब ये विद्यार्थी भवन में प्रवेश करते हुए अपने पदवेश को कतारबद्ध रख रहे थे, तभी यह स्पष्ट हो गया कि ये बच्चे सरस्वती शिशु मंदिर से आए हैं।” वहीं श्री मूलचंद सेठिया ने कहानी एवं छोटे-छोटे उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि मांसाहार केवल वही प्राणी करते हैं जिनके नुकीले दांत होते हैं और जो जीभ से पानी पीते हैं। मांस खाने से जानवरों में पाई जाने वाली बीमारियाँ मनुष्य में प्रवेश कर जाती हैं।
कार्यक्रम में शिशु मंदिर के आचार्य श्री शशिकांत पटवा, श्री छतराम माली, श्रीमती ममता सिंह, श्री संतोष यादव, श्री रमाकांत यादव सहित स्टाफ सदस्य एवं श्रावक बंधु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अंत में आभार प्रदर्शन जैन श्रीसंघ कोरबा के उपाध्यक्ष श्री योगेश जैन ने किया तथा सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्यगण, स्वाध्यायी भाईयों, श्रावक बंधुओं एवं महावीर मंच नगरी का हृदय से आभार व्यक्त किया। यह संकल्प आगामी वर्षों में भी बच्चों को संस्कारित एवं प्रेरित करता रहेगा।