कलेक्टर भगवान सिंह उइके की अध्यक्षता में आज आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम एवं पत्रकार वार्ता का आयोजित की गई। जिसमें कलेक्टर श्री उइके ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 02 अक्टूबर 2024 को धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया था, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जनजातियों को विकास एवं कल्याण से जुड़े हुए प्रमुख योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करना है। इसी के क्रम में भारत सरकार, जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा 10 जुलाई 2025 को आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया है, जिसकी परिकल्पना विश्व के सबसे बड़े जनजाति नेतृत्व के आंदोलन के रूप में की गई है। इस अभियान के अंतर्विभागीय समन्वय और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से लागू किया जा रहा है। यह अभियान कैडर आधारित मॉडल एवं अंतर विभागीय अभिसरण पर आधारित है, जो कि उत्तरदायी शासन एवं योजना निर्माण को संस्थागत रूप देने तथा आदिवासी क्षेत्रों में अंतिम छोर तक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने हेतु लक्षित है। इस अवसर पर वन मण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रखर चन्द्राकर, अपर कलेक्टर श्री प्रकाश राजपूत, जनसंपर्क अधिकारी श्री हेमनाथ सिदार, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, मीडिया प्रतिनिधिगण सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।
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इस दौरान आदिम जाति कल्याण विभाग सहायक आयुक्त नवीन भगत ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत जिले के 05 विकासखंड के 334 आदिवासी बाहुल्य ग्रामों के 64 हजार 877 आदिवासी परिवारों को 17 मंत्रालय के 25 योजनाएं जैसे- आवास, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार आदि से लाभान्वित किया जाएगा। जिसके तहत जिला स्तर पर 07 ट्रेनर, ब्लॉक स्तर पर 35 ट्रेनर एवं प्रत्येक ग्राम से न्यूनतम 20 आदि साथी, सहयोगी (अशासकीय संस्थाएं, स्व-सहायता समूह, पंचायत सचिव, युवा, पंच, फ्रंट लाईन कर्मचारी एवं सेवाभावी संगठन, स्वयंसेवक) तैयार किये जाएंगे। ’’आदि कर्मयोगी अभियान’’ के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम एक सुव्यवस्थित और निरंतर प्रक्रिया का अनुसरण करता है। जिसके तारतम्य में सर्वप्रथम क्षेत्रीय प्रक्रिया प्रयोगशाला भोपाल में राज्य के 09 मास्टर ट्रेनर 07 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किये तत्पश्चात गरियाबंद जिले के संबंधित विभागों के 7 मास्टर ट्रेनर राज्य स्तरीय प्रकिया प्रयोगशाला रायपुर में 04 दिवसीय का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है एवं जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर द्वारा ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर का 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी सप्ताह में दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के पश्चात ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर ग्राम स्तर से चयनित आदि सहयोगी एवं आदि साथी को प्रशिक्षण देंगे। इसके पश्चात ग्राम स्तर पर कैडर चयन कर (न्यूनतम 20 व्यक्ति) ग्राम के सचिव, पंच, स्वसहायता समूह, वन अधिकार समिति, उस क्षेत्र के वनवासी, आदिवासी के कल्याण एवं उत्थान हेतु कार्यरत संस्था, संगठन, युवा और स्थानीय समुदाय के लोगों को जोड़ा जाएगा। जिनका चयन आदि साथी, सहयोगी के रूप में होगा वे चिन्हांकित ग्रामों में बुनियादी सुविधाएं जैसे- आवास, सड़क, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के लिए क्रिटिकल गैप को चिन्हांकित करने, शासन के विभिन्न योजनाओं की जानकारी एवं लाभ दिलाने तथा सतत् रूप से इन ग्रामों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क रखते हुये ग्राम विकास योजना के निर्माण में कार्य करेंगे और इन परिवारों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
इस अभियान के तहत लाईन विभागों (वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के साथ समन्वय के साथ कार्य करेंगे। इस अभियान अंतर्गत चिन्हांकित प्रत्येक ग्राम में आदि सेवा केन्द्र की स्थापना की जाएगी। जिसमें सभी विभागों से मिलने वाली योजनाओं की जानकारी एकल खिड़की के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा। अभियान के अंतर्गत सेवा पर्व एवं आदि कर्मयोगी सेवा अभियान का आयोजन दिनांक 17 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा। जिसका उद्देश्य सेवा समर्पण एवं सुशासन की भावना के साथ जमीनी स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों को सशक्त कर नेतृत्व क्षमता को बढाना तथा ग्राम स्तर पर शासकीय सेवाएं उपलब्ध करना है। यह अभियान होल ऑफ गर्वमेंट एर्पोच पर आधारित है।