NOW HINDUSTAN. Korba. शौर्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का अद्भुत संगम कोरबा की सडकों पर देखने को तब मिला, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भव्य पथ-संचलन पूरे जोश और गर्व के साथ निकला, सफेद शर्ट और खाकी पैंट में सजे अनुशासित स्वयंसेवकों के कदमताल से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा, ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंजते वातावरण में राष्ट्रप्रेम की अनूठी झलक देखने को मिली।
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर चित्रा टाकीज से होते हुए रानी रोड, अग्रसेन भवन, पुराना बस स्टैंड, मेन रोड होते हुए गायत्री स्कूल पुरानी बस्ती तक पथ संचलन हुआ। जगह-जगह स्वयं सेवकों का पुष्प वर्षा व ढोल-नगाड़ा से भव्य स्वागत हुआ। स्वयंसेवकों का भव्य पथ संचलन जब शहर की सडकों से गुजरा, तो मानो पूरा नगर राष्ट्रभावना से सराबोर हो उठा, चारों ओर देशभक्ति के जयघोष गूंज उठे।
संघ की स्थापना हिन्दू समाज को संगठित करने, जाति, प्रांत, भाषा और पंथ से ऊपर उठकर समरसता का भाव उत्पन्न करने के उद्देश्य की गयी। संघ ने दैनिक शाखा के माध्यम से व्यक्ति में चरित्र निर्माण, अनुशासन, सेवा, राष्ट्रभक्ति और त्याग की भावना को जागृत करता है।