NOW HINDUSTAN. Korba. कोरबा. कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नौ दिन तक चला मंथन सोमवार को समाप्त हो गया। नए अध्यक्ष की तलाश के लिए नियुक्ति किए गए पर्यवेक्षक डॉ. आरसी खुटिया ने इस अवधि में करीब 4200 कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात किया। 35 सभा में पहुंचकर कार्यकर्ताओं की राय जाना। एक माह में पार्टी को नया जिलाध्यक्ष मिलने की उम्मीद है।
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कार्यक्रम के अंतिम दिन पर्यवेक्षक खुटिया ने ट्रांसपोर्टनगर स्थित पार्टी कार्यालय में मीडिया के साथ चर्चा किया। कहा कि कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष के लिए 15 और ग्रामीण
जिलाध्यक्ष के लिए 10 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किया। इन सभी कार्यकर्ताओं को पर्यवेक्षक के समक्ष इंटरव्यू भी गुजरना पड़ा है। खुटिया ने बताया कि इस इंटरव्यू में जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर उनकी भूमिका, संगठन को कैसे मजबूत किया जाए
आदि से संबंधित सवाल पूछे गए हैं। शहर और ग्रामीण अध्यक्ष के लिए प्राप्त आवेदन पत्रों में छह-छह नाम की सूची तैयार कर ऑल इंडिया कांग्रेसी कमेटी (एआईसीसी) को भेजा जाएगा। वहीं से पार्टी नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति करेगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की योजना थी कि 30 अक्टूबर तक नए जिलाध्यक्ष की घोषिणा की जाए लेकिन बिहार में विधानसभा चुनाव के कारण इसमें विलंब हो सकती है। लेकिन इसे एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। चर्चा के दौरान रामपुर विधायक फुलसिंह राठिया, पार्टी के लिए जिलाध्यक्ष नत्तथुलाल यादव, मनोज चौहान, पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर,हरीश परसाई, सपना चौहान, कुसुम द्विवेदी, अर्चना उपाध्याय , सहित पार्टी के सभी पदाधिकारी और समर्थक मौजूद थे।
इस पार या उस पार, दोनों ओर रहने से नहीं चलेगा काम
पर्यवेक्षक ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी जमीन पर काम कर रही है। ऐसे व्यक्ति को पार्टी महत्व देगी जिसकी विचारधारा कांग्रेसी हो। यह नहीं होगा कि पार्टी में रहकर कोई व्यक्ति अपनी ठेकेदारी या व्यवसाय के लिए विरोधी दल के प्रति नरम रुख रखे। ऐसे लोगों को अपने के लिए एक रास्ते तय करने होंगे। उन्हें इसपार या उसपारा रहना होगा। दोनों ओर रहने वालों को पार्टी में कोई जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।