भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा भारत रत्न, मिसाइल मैन डॉ ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की जन्मजयंती बालोद जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 08 में मनायी गई…..

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN. Korba.  भारत रत्न, मिसाइल मैन डॉ ए.पी.जे.अब्दुल कलाम सहाब की जन्मजयंती बालोद जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 08 में मनायी गई । जिसमे प्रमुख रूप से उपस्थित जिला भाजपा के पूर्व मंत्री शरद ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा डॉ. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ था। एक साधारण परिवार में पले-बढ़े, उन्होंने आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद शिक्षा प्राप्त की और एक वैज्ञानिक, लेखक और राजनेता बने। उन्होंने भारत के मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रमों के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई और भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया, जिसके कारण उन्हें “मिसाइल मैन” और “जनता के राष्ट्रपति” के रूप में जाना जाता है। 27 जुलाई 2015 को 83 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया ।

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भारतीय जानता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अकबर तिगाला ने अपने संबोधन में कहा डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के लिए मिसाइल और परमाणु शक्ति के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई, स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी-3 बनाया, और 1998 में पोखरण-II परमाणु परीक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अलावा, उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया और एक शिक्षक व राष्ट्रपति के रूप में भी देश की सेवा की। विज्ञान और रक्षा के क्षेत्र में
मिसाइल मैन ऑफ इंडिया: बैलिस्टिक मिसाइलों और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास में उनके योगदान के कारण उन्हें “मिसाइल मैन ऑफ इंडिया” कहा जाता है।
समन्वित निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP): उन्होंने 1980 के दशक में इस कार्यक्रम की शुरुआत की, जिससे पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, आकाश और नाग जैसी स्वदेशी मिसाइलों का विकास हुआ।

भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-3): डीआरडीओ और इसरो में काम करते हुए उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी-3 के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पोखरण-II परमाणु परीक्षण: 1998 में हुए पोखरण-II परमाणु परीक्षण में उन्होंने एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक, तकनीकी और राजनीतिक भूमिका निभाई।

राष्ट्रपति और प्रेरणा के रूप में जनता के राष्ट्रपति: उन्हें राष्ट्रपति (2002-2007) बनने पर “जनता के राष्ट्रपति” के रूप में जाना जाता था, क्योंकि वे जनता के बीच लोकप्रिय थे और एक वैज्ञानिक के तौर पर राष्ट्रपति पद पर रहे।

जिला भाजपा के पूर्व मंत्री राजीव रिंकू शर्मा ने अपने संबोधन में कहा युवाओं के लिए प्रेरणा: उन्होंने हमेशा युवाओं को सपने देखने और नवाचार के लिए प्रेरित किया। वे खुद को “शिक्षक” कहलाना पसंद करते थे। “टेक्नोलॉजी विजन 2020”: उन्होंने भारत को 2020 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एक रोडमैप के रूप में यह योजना प्रस्तुत की थी।
अन्य योगदान
परमाणु शक्ति: उन्होंने भारत को एक मजबूत परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित करने में मदद की।
** humanitarian कार्य:** उन्होंने राष्ट्रीय आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में मदद के लिए डीआरडीओ के संसाधनों का उपयोग किया।

इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे वार्ड क्रमांक के पार्षद प्रत्याशी श्रीमति रुखसाना बेगम , फिरोज कुरैशी , अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अजहरुद्दीन कुरैशी , असरार अहमद , नासिर ख़ान , राजिक ख़ान , रियाज ख़ान , शाहना बेगम , फरीदा बेगम , जहाना बानो सहित भारतीय जनता पार्टी एवं अल्पसंख्यक मोर्चा के ज्येष्ठ एवं श्रेष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

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