NOW HINDUSTAN. कोरबा जिले में संचालित एनटीपीसी की ठेका कंपनी द्वारा मजदूरों के शोषण मामले पर श्रम आयुक्त कार्यालय बिलासपुर में एनटीपीसी के अधिकारियों और ठेका कंपनी के अधिकारियों को तलब किया गया है।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़िया मुलनिवासी कार्यरत मजदूरों को एनटीपीसी प्लांट कोरबा में वेतन वापसी के लिए बोला गया था। लेकिन नये ठेकेदार के द्वारा 01 फरवरी को 100 से ज्यादा मजदूरों को काम से अचानक निकाल दिया, जिसमें एनटीपीसी के अधिकारियों पर भी ठेकेदार का पक्ष लिये जाने का आरोप लगा हैं। बताया जा रहा हैं की सभी मजदूरों ने उसी दिन रोड जाम कर दिया, इसे देखते हुए अधिकारियों और शासन-प्रशासन ने 4 दिन के भीतर सभी कार्यरत पुराने मज़दूरों को यथावत वापस काम में रखने के लिए बोला था जिसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ, पर ऐसा नहीं हुआ कुछ को काम में रख कर उनके साइड से दूसरे साइड काम दिया जा रहा है और ठेकेदार अधिकारी मिलकर मजदूरों को परेशान करते हुए उनके साथ शोषण कर रहे हैं और बाकी मजदूरों को काम से निकाल के भटकने के लिए मजबूर कर दिये हैं, मजदूरों ने अपनी शिकायत प्रशासन से लेकर एनटीपीसी के अधिकारियों तक की थी।
इसके बाद सभी मजदूर उद्योग वाणिज्य एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के पास उनके निवास कोहडिया मे जाकर आवेदन देते हुए मजदूरों के शोषण के खिलाफ गुहार लगाई थी जिस पर उद्योग वाणिज्य एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने मज़दूरों के हित में तत्काल केंद्र श्रम आयुक्त बिलासपुर से चर्चा करते हुए पत्र लिखा इसके बाद श्रम आयुक्त ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। एनटीपीसी अधिकारी और ठेकेदार द्वारा मजदूरों को 01 मार्च को बैठक में बुलाया गया है। श्रम आयुक्त ने उचित कार्यवाही कर न्याय देने के लिए मजदूरों को आश्वासन दिया है।