NOW HINDUSTAN कोरबा भाजपा प्रत्याशी सरोज पाण्डेय सुचिता के अध्याय को कलंकित कर जनता के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही। जगह-जगह यह घोषणा कर रही है कि प्रत्येक ग्रामसभा को 25-25 लाख रूपए देंगी। कोरबा लोकसभा में कुल 919 ग्राम पंचायत है। इसके हिसाब से 229.75 लाख रूपए होते हैं। जबकि सांसद को प्रत्येक वर्ष मात्र 5 करोड़ रूपए ही मिलते हैं। मसलन 6 वर्ष में 30 करोड़ रूपए होते हैं परंतु कोविड वर्ष में एक वर्ष की राशि को केन्द्र सरकार द्वारा रोक दी गई थी मसलन कुल 25 करोड़ रूपए सांसद मद में प्राप्त होते हैं तो सांसद 229.75 लाख रूपए कहां से देंगी। सरोज पाण्डेय लोगों के सामने झूठ बोलकर भ्रम फैला रही हैं। उक्ताशय का उद्गार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने पत्रकारों से कही।
उन्होंने कहा कि दुर्ग नोडल एजेंसी से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार माह फरवरी 2024 में प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को दिया गया था। जिसमें गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को 2 करोड़ 24 लाख, कोरबा 5.22 करोड़, कोरिया 1.9 करोड़, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी को 2.280 करोड कुल मिलाकर 12 करोड़ रूपए का प्रस्ताव भेजा गया था। यह प्रस्ताव आदर्श आचार संहिता लागू होने के मात्र 15 दिवस के पहले भेजा गया था। जबकि सरोज पाण्डेय यह भली-भांति जानती है कि इस प्रस्ताव के बाद कम से कम 75 दिनों का समय प्रस्ताव को पास करने में लगता है। मसलन यह प्रस्ताव मात्र एक छलावा और गुमराह करने वाला है और उसी प्रस्ताव के बिना पर कोरबा की जनता में यह प्रसारित किया जा रहा है कि सरोज पाण्डेय ने कोरबा लोकसभा को 12 करोड़ रूपए के कार्य की स्वीकृति दी है।
श्री तिवारी ने आगे कहा कि फरवरी 2024 में सरोज पाण्डेय के मद में 12 करोड़ की राशि थी ही नहीं। फिर चुनाव पूर्व प्रस्ताव भेजकर लोगों को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास है जो अत्यंत निंदनीय है। श्री तिवारी ने सरोज पाण्डेय पर सीधा हमला करते हुए कहा कि सांसद द्वारा गोद लिए गए ग्राम कनकी में 5 करोड़ रूपए देने का वायदा किया गया था। लेकिन कनकी में 5 लाख भी खर्च नहीं किए गए। जबकि कनकी को कनकेश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता है जहां भोलेनाथ को जल अर्पित करने लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। वहां भी झूठ बोलकर एक तरह से लाखों श्रद्धालुओं के साथ छल किया गया है।
पूछे गए एक सवाल के जवाब में श्री तिवारी ने कहा कि ज्योत्सना चरणदास महंत ने संसद में 87 प्रतिशत उपस्थिति के साथ 116 प्रश्न किए हैं। जिसमें कोरबा का मेडिकल कालेज हो या रेल की समस्या, पर्यावरण का मामला हो या अन्य मामलों में सांसद ज्योत्सना महंत लगातार संसद में मुखर रही है। वहीं भैंसमा जिसे सांसद ने गोद लिया था वहां की पंचायत द्वारा भेजे गए सभी प्रस्ताव पास करवाकर उसका कार्य पूर्ण हो चुका है। एक सवाल के जवाब में कोविडशिल्ड पर बरसे घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि कोरोना जैसी भयावह स्थिति में हम और आपने नजदीक से देखा है उस भयानक विपदा में भी मोदी सरकार ने चंदे का खेल खेला है। कोविशिल्ड को डब्ल्यू.एच.ओ. ने कोई टेग मार्क नहीं दिया था। इसके बावजूद मोदी सरकार ने कोविशिल्ड को खूब प्रचार-प्रसार किया और सभी को अनिवार्य रूप से लगाने का निर्देश भी जारी किया। आज न्यायालय में खुद कोविशिल्ड के मालिक ने स्वीकार किया है कि कोविशिल्ड लगाने के बाद खून में थक्का जमने की संभावना है। जिसकी वजह से हार्ट अटैक और ब्रैनहेमरेज की शिकायत का भी उल्लेख किया है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि चंदे के एवज में कोविशिल्ड लगवाकर मोदी सरकार ने लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया है।
अंत में उन्होंने कहा कि सरोज पाण्डेय के इस झूठ का जवाब कोरबा लोकसभा की जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर देगी।