NOW HINDUSTAN कोरबा/बिलासपुर। तुलसी साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ इकाई बिलासपुर तथा पर्यावरण एवं पर्यटन विकास समिति द्वारा पर्यावरण दिवस के अवसर पर सम्मान, विचार एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । यह आयोजन आदरणीय डाॅ विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष एवं कुलपति थावे विद्यापीठ के मुख्य आतिथ्य, डाॅ अरूण कुमार यदु की अध्यक्षता में तथा के पी द्विवेदी पर्यावरण अधिकारी सीएमपीडीआई, धर्मभूषण डाॅ श्रीधर गौरहा, डाॅ विवेक तिवारी अध्यक्ष पर्यावरण समिति के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ ।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कवि साहित्यकार एवं चित्रकार डाॅ चन्द्र शेखर यादव बिल्हा का सम्मान स्मृति चिन्ह भेंट करके अतिथियों द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ विनय कुमार पाठक ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज की आवश्यकता है और इसके संरक्षण की जिम्मेदारी हम सभी की है । आज जहाँ पौध रोपण की आवश्यकता है वहीं पौधों के संरक्षण संवर्धन करने की भी आवश्यकता है। विशेष वक्ता के रूप में पधारे के पी द्विवेदी पर्यावरण अधिकारी सीएमपीडीआई ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता, प्रदूषण से हानि, पेड़ पौधों का महत्व बताते हुए पौधरोपण को जीवन संरक्षण के लिए आवश्यक बताया । उन्होंने कहा कि यदि हम अभी भी जागरूक नहीं हुए तो निश्चित ही हमारा जीवन ही खतरे में पड़ जाएगा। विशिष्ट अतिथि डाॅ विवेक तिवारी, डाॅ श्रीधर गौरहा, डाॅ अरूण कुमार यदु ने भी अपने विचार व्यक्त किये। स्वागत भाषण में डाॅ राघवेन्द्र कुमार दुबे प्रांतीय अध्यक्ष ने तुलसी साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ इकाई के प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 23 जून 2024 को संस्कार भवन में वार्षिक समारोह का आयोजन किया जाएगा ।
इस अवसर पर काव्य गोष्ठी में नगर एवं अंचल के कवियों एवं कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया जिनमें प्रमुख रूप से डॉ जगदीश कुलदीप, डॉ उग्रसेन कन्नौजे, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ अनिता सिंह, डॉ आभा गुप्ता, बाल गोविंद अग्रवाल, एस पी पाटनवार, दीनदयाल यादव, संतोष शर्मा, महेंद्र दुबे, विक्रमधर दीवान, राजेश सोनार, बलदाऊ प्रसाद, भरत लाल बघेल, दिलीप बंजारे, अंकुर शुक्ला, पूर्णिमा तिवारी, सीमा भट्टाचार्य, अभिषेक प्रधान, प्रभा पांडेय, मनीषा अवस्थी रायगढ़, विश्वनाथ सन्निधि राव ने भाग लिया।
कवि गोष्ठी का संचालन राजेश सोनार ने किया और कार्यक्रम का संचालन डाॅ राघवेन्द्र कुमार दुबे ने किया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन डाॅ जगदीश कुलदीप ने किया ।