NOW HINDUSTAN. कोरबा। सीएसईबी के साइलो से राख परिवहन का काम लेकर एग्रीमेंट न करने वाले हेम्स कार्पोरेशन को सीएसईबी ने काली सूची में डाल दिया है। कंपनी अब एक साल तक सीएसईबी के किसी भी टेंडर में पार्टीसिपेट नही कर सकेगी।
बता दें कि शारदा विहार से संचालित हेम्स कार्पोरेशन सर्विस इंडिया लिमिटेड को नए साल के पहले वर्षांत में बड़ा झटका लगा है। कंपनी को राख ट्रांसपोर्ट के मामले में सीएसईबी के ऐश यूटिलाइजेशन एवं पॉल्युशन कंट्रोल के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर ने ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। ब्लैक लिस्टेड होने का समाचार वायरल होने के बाद गलत कारोबार को विधि के लिए निधि बदलने वाले ट्रांसपोर्टर को बड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि हेम्स कॉर्पोरशन विगत कुछ सालों में ही इतनी बड़ी कंपनी बन गई है । पहले एसईसीएल में काम किया है।।
आरटीआई एक्टिविस्ट मनीष राठौर ने फर्जी पर्ची के आधार पर राख ट्रांसपोर्ट का खुलसा किया था। मामले का रहस्योद्घाटन होने के बाद कार्रवाई से बचने के लिए कंपनी के कारिंदों ने उल्टा ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। मनीष ने दस्तावेजी प्रमाण के साथ उच्च अफसरो को शिकायत कर जांच करते हुए कार्रवाई की मांग की है। दस्तावेजी प्रमाण की जांच के बाद फर्जी पर्ची के आधार पर राख ट्रांसपोर्ट करने की बात सही पाए जाने पर हेम्स कार्पोरेशन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की संभावना है।